बक्सर : खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के द्वारा लगाए गए आरोप के बाद बक्सर जिला अधिकारी अंशुल अग्रवाल ने सफाई दी है. जिलाधिकारी ने कहा कि मंत्री के आरोपों को आधार बनाकर जांच किया जाएगा. इसमें जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे, उनपर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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अश्विनी चौबे ने लगाया है वसूली का आरोप : दरअसल केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे रविवार को दो दिवसीय दौरे पर बक्सर पहुंचे थे, जहां उन्होंने बयान जारी कर भारत सरकार द्वारा गरीबों को मुफ्त में दी जाने वाली अनाज पर प्रत्येक राशनकार्ड पर 40 रुपये वसूली करने का आरोप लगाया था.
'40 रुपए वसूल कर दिए जा रहे मुफ्त राशन' : दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र बक्सर पहुँचे केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बयान जारी कर, बिहार सरकार के अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा था कि नौ साल बेमिसाल कार्यक्रम के तहत भारतीय जनता पार्टी के नेता समाज के सबसे निचले पायदान पर बैठे हुए लोगों से मिलकर उनको मिलने वाली सरकारी सुविधाओं की जानकारी ली जा रही है. इस दौरान झोपड़पट्टी में रहने वाले कई लोगों ने मुफ्त अनाज के बदले 40 रुपये वसूले जाने का आरोप लगाया है. गरीबों का दोहन कर बिहार की सरकार अपनी जेब भर रही है.
''माननीय मंत्री के द्वारा जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, उसकी पूरी तरह से जांच की जाएगी और यदि इसमें थोड़ी सी भी सत्यता पाई जाती है तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.''- अंशुल अग्रवाल, जिलाधिकारी, बक्सर
'गरीबों का निवाला हड़प रही बिहार सरकार?' : गौरतलब है कि 2024 का लोकसभा चुनाव सिर पर है. इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के तमाम दिग्गज 9 साल बेमिसाल कार्यक्रम के तहत लोगों से संपर्क कर मिलने वाली सरकारी सुविधाओं की जानकारी ले रहे हैं. इस दौरान स्थानीय सांसद सह केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने गंभीर आरोप लगाते हुए, केंद्र सरकार द्वारा मुफ्त में उपलब्ध कराए जाने वाले अनाज पर बिहार सरकार के द्वारा प्रत्येक राशन कार्ड पर ₹40 वसूल करने के आरोप लगाया है.