बक्सर: जिले के सदर अस्पताल की व्यवस्था के खिलाफ युवाओं ने आक्रोश जताया है. इसके साथ ही युवाओं ने वीर कुंवर सिंह चौक पर अस्पताल प्रशासन का पुतला दहन किया. आक्रोश मार्च का नेतृत्व करते हुए समाजसेवी गिट्टू तिवारी ने कहा कि जब से सदर अस्पताल का निर्माण हुआ है तब से वह बदहाली झेल रहा है.
गरीब और असहाय इलाज से हो रहे वंचित
समाजसेवी गिट्टू तिवारी ने कहा कि अस्पताल के कुव्यवस्था के लिए मंगल पांडेय से लेकर अश्विनी चौबे तक को लिखित दिया गया. लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई. संस्थान के प्रभारी हिमांशु यादव ने कहा कि सदर अस्पताल बक्सर में रुई और सुई की भी सुचारू रूप से व्यवस्था नहीं है. स्थिति यह भी है कि वहां समय से डॉक्टर भी नहीं मिल पाते हैं. गरीब और असहाय इलाज से लगातार वंचित हो रहे हैं. सिविल सर्जन को इस बात की तनिक चिंता भी नहीं है, जबकि उन्हें कई बार अवगत भी कराया गया है.
बड़ा आंदोलन करने की कही बात
इस गंभीर मामले पर समाजसेवी ने कहा कि यदि अविलंब व्यवस्था सुचारू नहीं किया जाता है तो इसके विरूद्ध एक बड़ा आंदोलन होगा. इसके साथ ही उन्होंने जनप्रतिनिधि से लेकर अस्पताल प्रशासन तक को जिम्मेदार ठहराया है.
जिलाधिकारी ने किया था निरीक्षण
पिछले कुछ दिनों पहले डीएम अमन समीर ने भी सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था. इस दौरान जिलाधिकारी ने कई खामियां पाई थी. वहीं जिलाधिकारी ने कुछ कर्मियों को निलंबित करने का भी आदेश दिया था. इस आक्रोश मार्च में अखिलेश यादव, जितेंद्र यादव, अखिलेश कुशवाहा, जेपी गुप्ता, आलोक पांडे, निशिकांत पांडे, चितरंजन ओझा, विराट मिश्रा, बंटी मिश्रा, नीतीश कुमार, चंदन यादव, अनिल ओझा, अक्षय कुमार, ऋषभ ओझा, निरंजन कुमार, आदित्य वर्मा, अविनाश कुमार समेत अन्य युवा भी मौजूद रहें.