बक्सर: बिहार के बक्सर जिले में एक पीएचसी (PHC) से दिल को दहला देने वाली घटना सामने आयी है. यहां डॉक्टर ने अपनी नींद पूरी करने के लिए अस्पताल के मुख्य गेट पर ताला (lock on gate of Hospital) लगा दिया. जिस कारण इलाज के अभाव में एक मरीज की जान चली गई. घटना जिले के डुमराव अनुमंडल अंतर्गत केसठ प्रखंड (Kesath Block) का है.
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घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि सोमवार की देर रात केसठ गांव निवासी 50 वर्षीय उमेश सिंह की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद ग्रामीणों की मदद से परिजन स्थानीय पीएचसी में इलाज कराने के लिए पहुंचे. लेकिन अस्पताल के मुख्य गेट पर ताला लगा था. ऐसे में ग्रामीण घंटों गेट से आवाज लगाते रहे, लेकिन ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर साहब की नींद नहीं टूटी और मरीज ने गेट पर ही तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया.
बताया जा रहा है कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर नींद पूरी करने के लिए पीएचसी के मुख्य गेट पर ताला बंद कर अस्पताल में ही आराम फरमा रहे थे. इधर, मुख्य गेट पर मरीज लेकर पहुंचे ग्रामीण डॉक्टर से गेट खोलने की गुहार लगाते रहे थे. उसके बाद भी उनकी इंसानियत नहीं जगी और इलाज के अभाव में मरीज उमेश सिंह की मौत हो गई.
मृतक के परिजनों ने बताया कि अस्पताल का दरवाजा पीट-पीटकर सभी लोग थक गए. उसके बाद भी वहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों ने अस्पताल का गेट नहीं खोला. जिस कारण मरीज की मौत हो गई. उन्होंने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने दोषी स्वास्थ्यकर्मियों पर कठोर कर्रवाई नहीं की, तो हम आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे.
इधर, मरीज के मौत होने की सूचना मिलते ही अस्पताल में तैनात सभी स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टर अस्पताल छोड़कर फरार हो गए. इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी मामले की जांच में जुट गए है. ईटीवी भारत के टीम के द्वारा जब पीएचसी प्रभारी से फोन कर घटना के संदर्भ में पूछा तो उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही कुछ कहा जायेगा. इस मामले में जब हमने आरोपी डॉक्टर से बात करनी चाही तो डॉक्टर साहब की ओर से कोई जवाब नहीं आया.
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