ETV Bharat / state

बक्सर: सरकारी नियम नहीं शिक्षकों की मर्जी से चलता है ये स्कूल, जब चाहे लटका देते हैं ताले - उत्क्रमित मध्य विद्यालय भकुरा

ग्रामीण कहते हैं कि विद्यालय की बदहाल स्थिति के बारे में वे लोग कई बार शिक्षा अधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं. लेकिन अधिकारियों का रवैया विद्यालय के प्रति उदासीन है.

उत्क्रमित मध्य विद्यालय भकुरा
उत्क्रमित मध्य विद्यालय भकुरा
author img

By

Published : Feb 10, 2020, 10:07 AM IST

बक्सर: जिले के सिमरी प्रखंड के गायघाट पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय भकुरा शिक्षकों की मनमर्जी से खुलता और बंद होता है. जहां ज्यादातर समय स्कूल में ताला लगा रहता है. लिहाजा स्कूल में पढ़ाई-लिखाई अक्सर नदारद रहती है.

स्कूल खुलने का कोई भी समय नहीं
स्थानीय बताते हैं कि सरकारी आदेश के विपरित स्कूल कभी 12 बजे खुलता है तो कभी 2 बजे. जिसका कोई निश्चत समय नहीं है. ऐसे में स्कूल को सही तरीके से संचालित करने में शिक्षा अधिकारी निष्क्रिय हैं. यही नहीं बल्कि मिड डे मील भी शिक्षकों की मनमर्जी से बनाया जाता है. जहां कभी-कभी मील की सामग्री शिक्षक अपने घर ले जाते हैं तो कभी रसोइया.

देखें रिपोर्ट

अधिकारी ने झाड़ा पल्ला
स्कूल के पास रह रहे ग्रामीण कहते हैं कि विद्यालय की बदहाल स्थिति के बारे में वे लोग कई बार शिक्षा अधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं. लेकिन अधिकारियों का रवैया विद्यालय के प्रति उदासीन है. वहीं, इस पर जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नरेंद्र कुमार उपाध्याय से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

बक्सर: जिले के सिमरी प्रखंड के गायघाट पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय भकुरा शिक्षकों की मनमर्जी से खुलता और बंद होता है. जहां ज्यादातर समय स्कूल में ताला लगा रहता है. लिहाजा स्कूल में पढ़ाई-लिखाई अक्सर नदारद रहती है.

स्कूल खुलने का कोई भी समय नहीं
स्थानीय बताते हैं कि सरकारी आदेश के विपरित स्कूल कभी 12 बजे खुलता है तो कभी 2 बजे. जिसका कोई निश्चत समय नहीं है. ऐसे में स्कूल को सही तरीके से संचालित करने में शिक्षा अधिकारी निष्क्रिय हैं. यही नहीं बल्कि मिड डे मील भी शिक्षकों की मनमर्जी से बनाया जाता है. जहां कभी-कभी मील की सामग्री शिक्षक अपने घर ले जाते हैं तो कभी रसोइया.

देखें रिपोर्ट

अधिकारी ने झाड़ा पल्ला
स्कूल के पास रह रहे ग्रामीण कहते हैं कि विद्यालय की बदहाल स्थिति के बारे में वे लोग कई बार शिक्षा अधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं. लेकिन अधिकारियों का रवैया विद्यालय के प्रति उदासीन है. वहीं, इस पर जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नरेंद्र कुमार उपाध्याय से सवाल पूछा गया तो उन्होंने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

Intro:शिक्षकों की मनमर्जी से खुलता है , इस स्कूल का ताला ।अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण 200 से अधिक विद्यार्थियों के भविष्य से हो रहा है खिलवाड़।Body:शिक्षकों की मनमर्जी से खुलताऔर बन्द होता है,जिला का यह उत्क्रमित मध्यविद्यालय


बक्सर-विश्व मे ज्ञान एवं शिक्षा का अलख जगाने वाले बिहार में गुरु जी के मनमर्जी के आगे फेल है,सरकारी आदेश,कभी 12 बजे तो कभी 2 बजे खुलता है,स्कूल


V1-बिहार सरकार भले ही शिक्षा की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए, लाख प्रयास कर ले,लेकिन शिक्षको की मनमानी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण,दिन प्रतिदिन शिक्षा की हालात बेहतर होने की बजाए बद्तर होते चला जा रहा है।जिसपर ना तो सरकार की ध्यान है,और ना ही सरकारी बाबुओं की अंतरात्मा जगती है। जिसकी एक झलक जिला के सिमरी प्रखंड के गायघाट पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्यविद्यालय भकुरा में देखने को मिला, जंहा 11 बजे तक ना तो स्कूल का गेट खुला था,और ना ही,कोई शिक्षक आये थे।


V2 स्कूल में बन्द पड़े ताला को लेकर जब पड़ोस में रहने वाले राजकुमार पांडेय ने बताया कि,इस विद्यालय में 200 से अधिक छात्र और छात्राएं है,लेकिन यहां पढ़ाई के नाम पर कुछ भी नही है,शिक्षक 12 बजे आएंगे तो क्लास 12 बजे लगेगा 2 बजे आएंगे तो 2 बजे पढ़ने वाले बच्चे इंतजार कर लौट जाते है,दियरांचल का इलाका है,दुसर कोई व्यवस्था नही है। कि बच्चों को कहि और भेजा जा सके।
वही बंशीधर पांडेय ने बताया कि, इस विद्यालय की बदहाल व्यवस्था को लेकर, कई बार अधिकारियों को पत्र की माध्यम से अवगत कराया गया लेकिन आज तक कोई देखने तक नही आया,शिक्षक का मन हुआ तो मिड डे मील बनेगा, नही तो सारा सामग्री शिक्षक एवं रसोइया अपने घर ले जाते है,कोई देखने ही वाला नही है।

Byte राजकुमार पांडेय-स्थानीय
Byte-बंशीधर पांडेय-स्थानीय

V3-ग्रामीणों का आरोप एवं शिक्षको की मनमर्जी को लेकर, जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से पूछा गया,तो इनका जवाब और हैरान कर देने वाला था,पहले तो वह मीडिया कर्मी को ही गलत ठहराने की कोशिश कर रहे थे,लेकिन जैसे ही हमारे संवाददाता ने स्कूल में बन्द पड़े ताला एवं, ग्रामीणों का आरोप को सुनाया तो जनाब जांच के बाद करवाई करने का रटे रटाये बयान देकर पल्ला झाड़ लिए,

Byte नरेंद्र कुमार उपाध्याय प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी

हम आपको बताते चलें बिहार में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नीतीश सरकार 2005 सही लगता प्रयासरत है लेकिन शिक्षकों एवं सरकारी बाबुओं की मनमानी के कारण,शिक्षा व्यवस्था बेहतर होने की बजाए बद्तर होते जा रहा हैConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.