बक्सर: 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही सीट शेयरिंग को लेकर एनडीए के नेताओ में खींचतान जारी है. अब तक बीजेपी और जेडीयू के सुर में सुर मिलाने वाले एलजेपी नेताओं ने आगामी चुनाव से पहले ही राजद और कांग्रेस की सिटिंग सीट पर चुनाव लड़ने का दावा किया है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के साथ जदयू नेता भी अब असहज हो गए हैं.
क्या कहते हैं जदयू के नेता
लोजपा जिलाध्यक्ष के राजद और कांग्रेस के सिटिंग सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद जदयू प्रदेश उपाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार के बदौलत ही बिहार में इतनी बड़ी जीत मिली और नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने. सभी राजनीतिक पार्टी के नेता यह जानते हैं कि नीतीश कुमार के बिना किसी भी पार्टी की जीत बिहार में सम्भव नहीं है, और न ही नीतीश कुमार जैसा किसी के पास विकास का कोई विजन है. ऐसे में बयानबाजी छोड़कर एनडीए के तीनों दलों को एक जुट होकर चुनाव की तैयारी पर ध्यान देना चाहिए.
लोजपा का पलटवार
जदयू नेता संजय सिंह के इस बयान पर पलटवार करते हुए. लोजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि, जदयू और बीजेपी के नेता क्या कहते हैं इससे लोजपा को कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि हम लोग बयानबाजी नहीं करते हैं. हम बयान पर कायम रहते हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने साफ तौर पर कह दिया है कि राजद एवं कांग्रेस के सिटिंग सीट पर हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी तो लड़ेगी. हम जदयू या बीजेपी के सिटिंग सीट पर तो दावा नहीं कर रहे हैं, फिर उनको इतना परेशानी क्यों हो रही है.