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बक्सर: विभाग के नियमों और शर्तो में उलझे अन्नदाता, पैक्स में नहीं बेच पा रहे फसल - बक्सर में धान की खरीदारी

सहकारिता विभाग के गाइडलाइन और सूचना जिले के किसानों के पल्ले ही नहीं पड़ रही है. विभाग ने पैक्स में धान की फसल बेचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी कर दिया है. वहीं, सूचना के अभाव में जिले के महज 3982 किसानों ने पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है.

बक्सर
धान की खरीद
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Published : Dec 22, 2020, 12:32 PM IST

बक्सर: जिले के अन्नदाता किसानों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. तो वहीं, कई बिचौलिए पैक्स कर्मियों की मिलीभगत कर मुनाफा कमा रहे हैं. वहीं, किसानों की फसल अबतक खलिहानों में ही पड़ी हुई है.

वहीं, कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार बक्सर में 1 लाख से अधिक रजिस्टर्ड किसान हैं. जिनका मुख्य पेशा कृषि है. इस साल कोरोना वैश्विक महामारी के चुनौती का सामना करते हुए भी बंपर पैदावार की है. किसानों ने घर आये प्रवासी श्रमिकों के सहयोग से जिले की 90 हजार हेक्टेयर भूमि पर 5 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की उतपादन कर पूर्व के सभी रिकार्ड को तोड़ दिया है. वहीं, इस सफलता के इनाम के बदले उन्हें फसल के दाम मिलने तक का मोहताज होना पड़ रहा है.

देखें रिपोर्ट

किसानों को गाइडलाइन की जानकारी नहीं
वहीं, फसल की खरीद को लेकर सहकारिता विभाग के द्वारा यह गाइडलाइन जारी किया गया है. इस पोर्टल के माध्यम से जानकारी दी गई है कि धान अधिप्राप्ति के लिए जो किसान ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन कराएंगे. वही पैक्स में अपना धान बेच पाएंगे. जबकि जिले के किसानों को इस बाबत जानकारी ही नहीं है.

किसानों के आड़ में व्यापारी खेल रहे हैं खेल
1 लाख से अधिक रजिस्टर्ड किसानों वाले जिले में 10 हजार लोगों ने भी धान बेचने के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं किया है. हालांकि, जिला सहकारिता पदाधिकारी से जब ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने कहा कि इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वहीं, 20 दिन पहले के आंकड़ों के मुताबिक जिले के महज 3982 किसानों ने अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है. जिसका फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं.

कांग्रेस विधायकों ने दी चक्का जाम करने की धमकी
जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत जगदीशपुर पंचायत के पैक्स अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद पंचायत को नादाँव पंचायत के पैक्स से जोड़ दिया गया है. जहां धान की खरीद ही नहीं हो रही है. वहीं, किसानों ने सहकारिता विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी हमारी एक भी बात सुनने को राजी नहीं हैं. धान की बिक्री नहीं होने के कारण जिले के राजपुर , इटाढ़ी, बक्सर प्रखंड के परेशान किसानों ने राजपुर कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम और सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी से मुलाकात कर अपने परेशानियों को रखा. वहीं किसानों की समस्या को लेकर कांग्रेस विधायकों ने कहा कि वो किसानों के साथ खड़े हैं. विधायकों ने कहा कि अगर सरकार जल्द से जल्द किसानों की समस्या का समाधान जल्द नहीं करती तो चक्का जाम किया जाएगा.

बक्सर: जिले के अन्नदाता किसानों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. तो वहीं, कई बिचौलिए पैक्स कर्मियों की मिलीभगत कर मुनाफा कमा रहे हैं. वहीं, किसानों की फसल अबतक खलिहानों में ही पड़ी हुई है.

वहीं, कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार बक्सर में 1 लाख से अधिक रजिस्टर्ड किसान हैं. जिनका मुख्य पेशा कृषि है. इस साल कोरोना वैश्विक महामारी के चुनौती का सामना करते हुए भी बंपर पैदावार की है. किसानों ने घर आये प्रवासी श्रमिकों के सहयोग से जिले की 90 हजार हेक्टेयर भूमि पर 5 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की उतपादन कर पूर्व के सभी रिकार्ड को तोड़ दिया है. वहीं, इस सफलता के इनाम के बदले उन्हें फसल के दाम मिलने तक का मोहताज होना पड़ रहा है.

देखें रिपोर्ट

किसानों को गाइडलाइन की जानकारी नहीं
वहीं, फसल की खरीद को लेकर सहकारिता विभाग के द्वारा यह गाइडलाइन जारी किया गया है. इस पोर्टल के माध्यम से जानकारी दी गई है कि धान अधिप्राप्ति के लिए जो किसान ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन कराएंगे. वही पैक्स में अपना धान बेच पाएंगे. जबकि जिले के किसानों को इस बाबत जानकारी ही नहीं है.

किसानों के आड़ में व्यापारी खेल रहे हैं खेल
1 लाख से अधिक रजिस्टर्ड किसानों वाले जिले में 10 हजार लोगों ने भी धान बेचने के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं किया है. हालांकि, जिला सहकारिता पदाधिकारी से जब ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने कहा कि इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. वहीं, 20 दिन पहले के आंकड़ों के मुताबिक जिले के महज 3982 किसानों ने अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है. जिसका फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं.

कांग्रेस विधायकों ने दी चक्का जाम करने की धमकी
जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत जगदीशपुर पंचायत के पैक्स अध्यक्ष के इस्तीफे के बाद पंचायत को नादाँव पंचायत के पैक्स से जोड़ दिया गया है. जहां धान की खरीद ही नहीं हो रही है. वहीं, किसानों ने सहकारिता विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी हमारी एक भी बात सुनने को राजी नहीं हैं. धान की बिक्री नहीं होने के कारण जिले के राजपुर , इटाढ़ी, बक्सर प्रखंड के परेशान किसानों ने राजपुर कांग्रेस विधायक विश्वनाथ राम और सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी से मुलाकात कर अपने परेशानियों को रखा. वहीं किसानों की समस्या को लेकर कांग्रेस विधायकों ने कहा कि वो किसानों के साथ खड़े हैं. विधायकों ने कहा कि अगर सरकार जल्द से जल्द किसानों की समस्या का समाधान जल्द नहीं करती तो चक्का जाम किया जाएगा.

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