बक्सरः पूरे देश में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई शुरू हो गई है. 16 जनवरी से सभी राज्यों में कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है. इससे जिलेवासी काफी उत्साहित हैं. टीकाकरण शुरू होने से पहले लोगों में इसे लेकर संशय की स्थिति थी, वहीं अब लोगों में उत्साह बढ़ रहा है. इसकी वजह अब तक स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और चिकित्सकों को लगाए गए टीके से किसी तरह की परेशानी न होना है.
'संजीवनी का काम करेगी वैक्सीन'
मंगलवार को सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित टीकाकरण सत्र के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार ने भी टीका लिया. डॉ. सुधीर ने कहा टीका लेने के बाद वे काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि वैक्सीन कोरोना संक्रमण के खिलाफ संजीवनी का काम करेगी. भारत ने पहले पोलियो और चेचक के खिलाफ लड़ाई जीती है और अब हम कोरोना पर भी विजय प्राप्त करेंगे.
'जीवनरक्षक है कोविशील्ड'
डॉ. सुधीर ने कहा कि स्वदेश में निर्मित टीकों के कारण कोरोना के खिलाफ लड़ाई निर्णायक दौर में पहुंच चुका है. सरकार ने पूरे परीक्षण के बाद ही वैक्सीन को मंजूरी दी है. उन्होंने लोगों से कोरोना का टीकाकरण कराने की अपील की. डॉ. सुधीर ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ कोविशील्ड का टीका पूरी तरह से जीवनरक्षक है.
'लंबे समय से टीके का इंतजार था'
डुमरांव पीएचसी में टीका ले चुके प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रामबालक प्रसाद ने कहा कि लंबे समय से टीके का इंतजार था. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सभी को टीका लगवाना चाहिए, यह पूरी तरह से सुरक्षित है. कोई भी टीकाकरण अभियान चलता है तो लोगों में हमेशा भ्रम रहता है. ऐसी स्थिति में लोगों को समझाना होता है.
'राज्य में बक्सर की स्थिति काफी बेहतर'
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राज किशोर सिंह ने बताया कि टीकाकरण को लेकर राज्य में बक्सर जिले में संचालित सत्र की स्थिति काफी बेहतर है. शनिवार को टीकाकरण के पहले दिन 510 और सोमवार को 500 लोगों को टीकाकृत किया जा चुका है. वहीं, मंगलवार को टीकाकरण सत्र समाप्त होने के बाद इस सप्ताह गुरुवार व शनिवार को सत्र का आयोजन किया जाएगा.
'जरूरी है सावधानी बरतनी'
डॉ. राज किशोर सिंह ने बताया कि यदि कोई भी रजिस्टर्ड लाभार्थी अपरिहार्य कारणों से टीका नहीं ले पाता है, तो उनके लिए अगले सप्ताह तिथि निर्धारित की जाएगी. दूसरी ओर, जिन कोरोना योद्धाओं को कोरोना टीका का पहला डोज लगाया गया है, उन्हें 28 दिन बाद टीके का दूसरा डोज दिया जाएगा. इस क्रम में दूसरे डोज के 14 दिन बाद ही कोरोना के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है. हालांकि, इस दौरान टीके के बाद भी सावधानी बरतना जरूरी है.