बक्सर: जिले को संक्रमण मुक्त करने के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी युद्ध स्तर पर दिन रात लगे हुए हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज के लिए बक्सर और डुमराव अनुमंडल में नए आइसोलेशन सेंटर और कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार किया जा रहा है. ताकि इलाज के अभाव में किसी मरीज को बाहर नहीं जाना पड़े. इसके लिए सेंट्रलाइज चिकित्सा की व्यवस्था की गई है.
जानकारी के मुताबिक उप विकास आयुक्त अरविंद कुमार के देख-रेख में आइसोलेशन तैयार किए जा रहे हैं. जिलाधिकारी अमन समीर खुद हॉस्पिटल और आइसोलेशन सेंटरों का निरीक्षण कर जरूरी दिशा-निर्देश देते नजर आ रहे हैं. मरीजों की सहूलियत के लिए कंट्रोल रुम बनाए गए हैं.
क्या कहते हैं जिलाधिकारी?
कोरोना संक्रमण को लेकर जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि जो प्रवासी श्रमिक कोरोना को हराकर घर चले गए हैं. उनको कोविड हॉस्पिटल और आइसोलेशन सेंटर पर वॉलिंटियर के रूप में तैनात करने की कवायद शुरू की गई है. जुलाई महीने में जिस तरह से संक्रमित मरीजों के आंकड़ों में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है उसे देखते हुए आइसोलेशन सेंटर से लेकर हॉस्पिटल में बेडों को बढ़ाया जा रहा है.
बक्सर में कोरोना
बता दें कि बक्सर में अब तक 16 हजार 55 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है. कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 1 हजार 179 है. अब तक 680 लोग ठीक होकर घर जा चुके है जबकि 499 लोग इलाजरत हैं. जिले में प्रत्येक दिन 1 हजार से अधिक लोगों की कोरोना जांच की जा रही है.