बक्सर: जिले में विधानसभा चुनाव को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने एक दिवसीय बैठक आयोजित की. बता दें कि बैठक कांग्रेस जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्द्धन के नेतृत्व में की गई. वहीं, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी उपेक्षा की वजह से जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटीलेटर पर चली गई है. बैठक में उचित स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 13 मार्च से सदर अस्पताल पर धरने पर बैठने का आह्वान किया है.
'चिकित्सा व्यवस्था बदहाल'
गौरतलब है कि बक्सर की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर आए-दिन सवाल उठते रहते हैं. आलम ये है कि कभी स्थानीय समाजसेवी तो कभी विपक्ष के निशाने पर यहां कि जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था रहती है. लोगों का आरोप रहता है कि जब स्वास्थ्य मंत्री के संसदीय क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था इतनी बदहाल है तो देश के बाकी हिस्सों में क्या उम्मीद की जा सकती है. इसी क्रम में कांग्रेस जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन ने भी जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर आंकड़ों के माध्यम से सवाल उठाते हुए कहा कि बक्सर जिले में कुल 191 चिकित्सकों का पद स्वीकृत है लेकिन सिर्फ 81 डॉक्टरों के सहारे यहां काम चल रहा है.
'चरम पर है अपराध'
साथ ही उन्होंने कहा कि यही हाल नर्सों का भी है. नर्स स्टॉफ के लिए जिले में 177 पद स्वीकृत है लेकिन मात्र 68 स्टॉफों की तैनाती की गई है. सरकारी अस्पतालों में मरीजों को सामान्य दवा भी नहीं मिल पा रही है. आगे चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार को जगाने के लिए आगामी 13 मार्च को सदर अस्पताल बक्सर में पार्टी धरना देगी. बता दें कि बैठक के दौरान जिले में बढ़ रहे आपराधिक घटनाओं को भी उठाया गया. मौके पर उपस्थित कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि पूरे राज्य में अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है. अपराध चरम पर है, आए दिन हत्या सहित अन्य आपराधिक वारदातों को अपराधी बेखौफ हो अंजाम दे रहे हैं.