बक्सर: एनजीटी के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने गंगा में मूर्ति विसर्जन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. जिला प्रशासन के इस आदेश के बाद पूजा समिति के सदस्यों ने एसडीओ कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया. साथ ही मूर्ति विसर्जन के लिए अपनी जिद पर अड़े रहे. उनका कहना है कि प्रशासन को यह आदेश मूर्ति स्थापित होने से पहले देना चाहिए था.
आस्था के साथ हो रहा खिलवाड़
पूजा समिति के सदस्य पृथ्वीनाथ सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन ने अष्टमी के दिन यह आदेश दिया कि गंगा में मूर्तियों का विसर्जन नहीं किया जाएगा. जो कि हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ है.
विसर्जन के लिए चिन्हित की गई जगह
वहीं, मूर्ति विसर्जन को लेकर जिलाधिकारी राघवेंद्र कुमार सिंह और एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि, डुमरांव और बक्सर अनुमंडल में मूर्तियों का विसर्जन करने के लिए पोखर, तालाब और नाहर को चिन्हित कर लिया गया है. जिला प्रशासन का कहना है कि जो जगह चिन्हित की गई है, मूर्ति का विसर्जन वहीं किया जाएगा. अगर कोई भी पूजा समिति गंगा में मूर्ति विसर्जन करता है तो, उसके ऊपर 50 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा.