औरंगाबाद: दूसरे राज्यों से हो रहे पलायान को देखते हुए औरंगाबाद जिला प्रशासन ने गेट स्कूल मैदान में जांच केंद्र बनाया है. इस आइसोलेशन सेंटर में मजदूर के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक यहां रह रहे मजदूरों ने जब अधिकारियों से खाना मांगा तो जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा अपना आपा खो बैठे. उन्होंने एक मजदूर को गंदी-गंदी गालियां देते हुए उसकी जमकर पिटाई कर दी.
दरअसल, बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा पर कैमूर में फंसे सैकड़ों अप्रवासी मजदूरों को औरंगाबाद भेजा गया. यहां जिला प्रशासन के सहयोग से रेड क्रॉस की ओर से गेट स्कूल में आइसोलेशन सेंटर बनाये गए हैं. इस सेंटर में बुनियादी सुविधाएं तक मौजूद नहीं हैं. यहां खाने-पीने तक की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में डॉक्टरी इंतजाम तो दूर की बात है.
डीटीओ को मिला है देख-रेख का जिम्मा
बेबस मजदूरों की देख-रेख का जिम्मा जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा को दिया गया है. ऐसे में जब मजदूरों ने उनसे खाने को रोटी मांगी तो उन्हें गुस्सा आ गया. डीटीओ की इस संवेदनहीन कार्यशैली के बारे में जब उनसे बात की गई तो उन्होंने मारपीट और गाली-गलौज जैसी किसी भी घटना से साफ इनकार किया.
पूछने पर मुकर गए डीटीओ
जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि रेड क्राॅस के माध्यम से भोजन-पानी की व्यवस्था की गई थी. जिसे मजदूरों तक पहुंचा दिया गया है. सारी सुविधाएं आइसोलेशन सेंटर पर मौजूद है. मजदूरों को कहीं कोई परेशानी नहीं होगी. अधिकारी और डॉक्टर लगातार तैनात हैं.