औरंगाबाद: मजदूरों और छात्रों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने 1 मई को मजदूर दिवस के अवसर पर 2 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है. सभी कार्यकर्ता अपने-अपने घरों में राज्य के बाहर फंसे श्रमिकों और छात्रों को वापस लाने और कोरोना ड्यूटी में लगे मेडिकल स्टाफ को बचाव किट देने की मांग को लेकर शुक्रवार की सुबह 10 बजे से 12 बजे तक उपवास रखेंगे.
केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों को उनके गृह राज्य में भेजे जाने के निर्णय के बाद भी राज्य सरकार द्वारा कुछ भी प्रयास न करने के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल 1 मई को सांकेतिक अनशन पर बैठेगा. जिला राजद प्रवक्ता रमेश यादव ने बताया कि पूरी दुनिया वैश्विक संक्रमण के दौर से गुजर रही है. उन्होंने बताया कि राज्य के करीब 25 लाख से ज्यादा मजदूरों और छात्रों को वापस बुलाने के मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र सरकार पर ठीकरा फोड़ रहे था. रमेश यादव ने कहा कि यूपी, एमपी, गुजरात, बंगाल और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों ने इस विपदा की घड़ी को देखते हुए राज्य धर्म का पालन कर अपने राज्य वासियों को वापस बुलाया. लेकिन माननीय मुख्यमंत्री अपने राज्य वासियों को लाने के लिए केंद्र सरकार से गाइड लाइन मांग रहे थे.
बहाना बना रहे नीतीश कुमार
उन्होंने बताया कि इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बार-बार बिहार सरकार से आग्रह किया लेकिन मुख्यमंत्री ने टाल दिया. अब जबकि केंद्र सरकार ने गाइड लाइन जारी कर दिया है, ऐसी स्थिति में अब कोई बहाना नहीं होना चाहिए. केंद्र सरकार से राज्य के बाहर फंसे हुए श्रमिक और छात्रों को लाने की अनुमति मिल गई है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बहाना बना रहे हैं वर्ना केंद्र सरकार के किस गाइड लाइन के आधार पर दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अपने श्रमिकों और छात्रों को वापस बुलाया. वहीं नीतीश सरकार ने बिहारी छात्रों को भगवान भरोसे कोटा में छोड़ दिया.
सुबह 10 बजे से 12 बजे तक रखेंगे भूख हड़ताल
राजद प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना से जंग के खिलाफ अपनी और अपने सरकार की नाकामियों को छुपाने के लिए मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से गाइड लाइन का राग अलाप रहे थे. उन्होंने बताया कि राजद ने श्रमिकों, छात्रों के अलावे कोरोना ड्यूटी पर लगे मेडिकल स्टाफ की समस्याओं को लेकर मजदूर दिवस के अवसर पर सुबह 10 बजे से 12 बजे तक 2 घंटे का उपवास रखने का निर्णय लिया है. यह उपवास पार्टी कार्यकर्ता अपने अपने घरों के पास सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए करेंगे.