औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद मंडल कारा में बन्द एक कैदी की बुधवार को अचानक मौत हो गई. कैदी को हत्या मामले में 21 अक्टूबर को दोषी करार (prisoner was convicted in the murder case) किया गया था. कैदी ने बुधवार की सुबह सीने में तेज दर्द की शिकायत की. शिकायत के बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. मृतक की पहचान माली थाना अंतर्गत बैरिया टोले पासवान बिगहा निवासी ललन पासवान के रूप में की गई है.
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न्यायाधीश ने मामले में जांच के दिये आदेश : मंडल कारा औरंगाबाद में बंद कैदी ललन पासवान की मौत के बाद अपर जिला व सत्र न्यायाधीश प्रणव शंकर ने मामले में जांच का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि बुधवार की सुबह मंडल कारा औरंगाबाद में बंद एक कैदी की मौत का मामला सामने आया है. यह काफी दुःखद घटना है. कारा अधीक्षक सुजीत झा ने बताया कि बुधवार की सुबह बंदी ललन पासवान ने सीने में तेज दर्द की शिकायत की. शिकायत के बाद आनन-फानन में उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गयी.
राजेंद्र पासवान कांड के बाद से जेल में बंद है ललन पासवान : कारा अधीक्षक ने बताया कि राजेंद्र पासवान की हत्या के आरोप में जेल में बंद था. मामले में ललन पासवान समेत तीन अन्य आरोपियों काे 21 अक्टूबर को न्यायालय द्वारा दोषी करार दिया गया था. सजा सुनाए जाने के ठीक आठ दिन पहले बुधवार को ललन ने सीने में तेज दर्द की शिकायत की. शिकायत के बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
"बुधवार की सुबह बंदी ललन पासवान ने सीने में तेज दर्द की शिकायत की. शिकायत के बाद आनन-फानन में उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. बंदी की मौत की सूचना परिजनों को भेजी गई है." -सुजीत झा, कारा अधीक्षक
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