औरंगाबाद: कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने जिले में कृषि विभाग के अधिकारियों साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने खेती और किसानों से जुड़े कई मामलों पर कुछ अहम जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बाढ़ और सुखाड़ से प्रभावित किसानों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से राशि भेजी जा रही है.
'जलवायु परिवर्तन एक बड़ी समस्या'
कृषि मंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक बड़ी समस्या बन रही है इससे किसान और खेती प्रभावित हो रहे हैं. इसके तहत बिहार सरकार ने लगभग 700 करोड़ रुपए की योजनाएं स्वीकृत की है. इसके लिए किसानों से ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा है. आवेदन करने की तिथि 30 नवंबर तक तय की गई है. 2018 में खरीफ के मौसम में सुखाड़ से प्रभावित 14.50 लाख किसानों को 934 करोड़ रुपए दिए गए.
'कम पानी में खेती के लिए किसानों को किया जाएगा प्रशिक्षित'
प्रेम कुमार ने कहा कि कम पानी में खेती करने के लिए आम किसानों को तैयार किया जाएगा. फिलहाल 8 जिलों के किसानों को प्रशिक्षण दिया जाना है और आगे सभी जिलों में भी प्रशिक्षण दिए जाएंगे. फसल चक्र में जो परिवर्तन आ रहा है उसको देखते हुए यह व्यवस्था की जा रही है. मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत ड्रिप बोरिंग पर 90 प्रतिशत अनुदान की व्यवस्था की गई है. 1.30 लाख रुपये खर्च होंगे जिसमें किसानों को मात्र 10 प्रतिशत रकम देनी होगी. इसके साथ ही 5 हेक्टेयर भूमि में सामूहिक खेती पर मुफ्त बोरिंग कराई जाएगी, जिससे पानी की बचत होगी