औरंगाबाद: जिले में मदरसा इस्लामिया के प्रांगण में इस्लामी बढ़ते कदम की ओर से दहेज मुक्त 8वां सामूहिक निकाह संपन्न हुआ. इस मौके पर इस्लामी मैदान में 8 जोड़ों ने एक-दूसरे का हाथ थामकर निकाह किया.
जोड़ों ने एक-दूसरे का थामा हाथ
बता दें कि मदरसा इस्लामिया के मैदान में जोड़ों ने एक-दूसरे से का हाथ थामा और साथ रहने का वादा किया. इसी के साथ नवविवाहिता ने एक-दूसरे के साथ दांपत्य जीवन की शुरुआत की. वहीं, एक अच्छी पहल इस्लामिया बढ़ते कदम की ओर से दहेज मुक्त निकाह के अवसर पर शहर के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे और नव दंपति को आशीर्वाद देकर उनके खुशहाली की कामना की.
'लड़कियां होती हैं कुदरत की उपहार'
इस्लामी बढ़ते कदम के सदस्य अफताब राणा ने बताया कि वर्ष 2012 से अब तक 64 कन्याओं की शादी कराई जा चुकी है. इस सामूहिक निकाह की चर्चा बिहार-झारखंड समेत अन्य राज्यों में भी हो रही है. उन्होंने बताया कि लड़कियां कुदरत की उपहार हैं और उनकी शादियां कराकर उन्हें दहेज प्रथा से बचाने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है. वहीं, इस आयोजन की लोगों ने जमकर प्रशंसा की.