औरंगाबाद: जिले के काराकाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्रखंडों में पहली बार वोट दे रहे युवा मतदाताओं का उत्साह चरम पर रहा. इस दौरान इन्होंने अपने मन की बात ईटीवी भारत से साझा की. इन्होंने कहा कि सबको शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सम्मान चाहिए. पहली बार मतदान कर रहे छात्र देश और समाज के प्रति जागरूक दिखे.
लगभग 2 महीनों से चल रहे लोकतंत्र के महापर्व का अंतिम यज्ञ देश के 8 राज्यों की 59 सीटों पर आयोजित हुआ. इस यज्ञ में पहली बार वोट दे रहे मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिला. अपने वोट की आहुति देकर इन्होंने लोकतंत्र को मजबूत करने की अहम भूमिका निभाई.
फर्स्ट टाइम वोटर्स के 'मन की बात'
- पहली बार मतदान कर रहे युवा वोटर्स ने बताया कि राज्य के हालात में अभी भी खास सुधार नहीं हुआ है.
- आज भी उनके इलाके में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे बुनियादी समस्याएं बनी हुई हैं और इसी मुद्दे पर उन्होंने वोट दिया है.
- पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे छात्रों ने रोजगार के मुद्दे को अहम बताया.
- उन्होंने इस उम्मीद के साथ वोट किया है कि अगली सरकार जो भी हो, उनकी इन समस्याओं का हल करेगी.
क्या बोले युवा वोटर्स?
जिले के बारुण प्रखंड के पिपरा गांव के युवा मतदाताओं ने बताया कि उनका राज्य और गांव सबसे पिछड़ा है. यहां किसी भी तरह की कोई बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं. उनके प्रखंड मुख्यालय में कोई ढंग का विद्यालय और अस्पताल भी नहीं है. स्थिति ऐसी होती है कि जब कोई बीमार पड़ता है, तो उसे पटना या बनारस ले जाना पड़ता है.
'पढ़ाई के लिए भी छोड़ना पड़ता है घर'
इसके अलावा छात्रों ने बताया कि उनके क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज नहीं है. इस कारण उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. उन्हें पढ़ने के लिए बाहर जाना पड़ता है और काम करने के लिए बाहर जाना पड़ता है. नये मतदाताओं ने रोजगार के मुद्दे को अहम बताया है.