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औरंगाबाद के BSF जवान महेश चंद्र सिंह जम्मू के बारामूला में शहीद - ETV BHARAT BIHAR NEWS

शहीद का पार्थिव शरीर पहले मोकामा स्थित बीएसएफ ट्रेनिंग कैम्प ले जाया जाएगा. जहां उन्हें सलामी और श्रद्धांजलि दी जाएगी. फिर उनके पैतृक गांव लाया जाएगा.

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Published : Feb 18, 2022, 2:29 PM IST

Updated : Feb 18, 2022, 3:02 PM IST

औरंगाबाद: जिले के हसपुरा प्रखंड के मकबुलपुर गांव निवासी राम बरत सिंह के 50 वर्षीय पुत्र बीएसएफ जवान महेश चंद्र सिंह जम्मू में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद (BSF Jawan Martyred in Baramulla) हो गए. महेश चंद्र सिंह की पोस्टिंग जम्मू के बारामूला बॉर्डर पर थी. वो 161 बटालियन के जवान थे, जहां उनकी आतंकियों से भिड़ंत हो गई.

ये भी पढ़ें: बांका: शहीद जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा पैतृक गांव, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब

महेश चंद्र सिंह के शहीद होने की खबर जैसे ही औरंगाबाद में परिजन और ग्रामीणों को मिली, पूरे गांव में मातम छा गया. परिजनों के आंसू नहीं रुक रहे हैं. बताया जा रहा है कि शुक्रवार देर शाम तक शहीद का शव औरंगाबाद आने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें: पुलवामा आतंकी हमले की तीसरी बरसी: शहीद हुए थे बिहार के दो लाल, जानिए देशभक्तों के गौरवगाथा की कहानी

गौरतलब है कि शहीद का पार्थिव शरीर पहले मोकामा स्थित बीएसएफ ट्रेनिंग कैम्प ले जाया जाएगा. जहां उन्हें सलामी और श्रद्धांजलि दी जाएगी. फिर उनके पैतृक गांव लाया जाएगा. बताया जाता है कि पत्नी सहित वो अपने पीछे एक पुत्र और दो पुत्री छोड़ गए हैं.

ये भी पढ़ें: जलियांवाला बाग की तरह मुंगेर में भी हुआ था नरसंहार, क्रांतिकारियों के छलनी हुए थे सीने

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औरंगाबाद: जिले के हसपुरा प्रखंड के मकबुलपुर गांव निवासी राम बरत सिंह के 50 वर्षीय पुत्र बीएसएफ जवान महेश चंद्र सिंह जम्मू में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद (BSF Jawan Martyred in Baramulla) हो गए. महेश चंद्र सिंह की पोस्टिंग जम्मू के बारामूला बॉर्डर पर थी. वो 161 बटालियन के जवान थे, जहां उनकी आतंकियों से भिड़ंत हो गई.

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महेश चंद्र सिंह के शहीद होने की खबर जैसे ही औरंगाबाद में परिजन और ग्रामीणों को मिली, पूरे गांव में मातम छा गया. परिजनों के आंसू नहीं रुक रहे हैं. बताया जा रहा है कि शुक्रवार देर शाम तक शहीद का शव औरंगाबाद आने की उम्मीद है.

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गौरतलब है कि शहीद का पार्थिव शरीर पहले मोकामा स्थित बीएसएफ ट्रेनिंग कैम्प ले जाया जाएगा. जहां उन्हें सलामी और श्रद्धांजलि दी जाएगी. फिर उनके पैतृक गांव लाया जाएगा. बताया जाता है कि पत्नी सहित वो अपने पीछे एक पुत्र और दो पुत्री छोड़ गए हैं.

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Last Updated : Feb 18, 2022, 3:02 PM IST
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