औरंगाबाद: पंचायत चुनाव (Panchayat Chunav) की घोषणा होते ही बिहार में शराब तस्करी (Alcohol Smuggling) बढ़ गई है. शराब माफिया अजब गजब हथकंडे अपनाकर तस्करी कर रहे हैं. ताजा मामला बिहार के औरंगाबाद का है जहां ओबरा थाना क्षेत्र में ट्रक से 50 लाख रुपए की शराब बरामद हुई है.
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हैरानी की बात ये है कि ट्रक में सरसों तेल के टीन में पानी लोड किया गया था. जबकि टीन की आड़ में अंग्रेजी शराब के कार्टन रखे गए थे. मामले में उत्पाद विभाग की टीम ने 2 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ में ट्रक भी जब्त कर लिया है.
नेशनल हाईवे-139 पर ओबरा थाने की पुलिस छानबीन कर रही थी. एक ट्रक हरियाणा के गुरूग्राम की ओर से आ रहा था. उत्पाद विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर जाल फैला रखा था. जैसे ही ट्रक इलाके में दाखिल हुआ ट्रक को रुकवाकर तलाशी ली जाने लगी. सरसों के तेल के टीन की आड़ में 50 लाख के कीमत की अंग्रेजी शराब लोड थी. उत्पाद विभाग ने ट्रक को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.
गौरतलब है कि बिहार में पंचायत चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू है. पंचायत चुनाव में शराब को खपाने के लिए तस्करी बढ़ गई है. उत्पाद विभाग भी अलर्ट मोड में है. लगातार कार्रवाई करके शराब तस्करों पर नकेल कसी जा रही है. उत्पाद विभाग के निरीक्षक कमलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि बरामद की गई खेप को तस्कर मुजफ्फरपुर लेकर जा रहे थे. अभी प्राप्त सूचना के आधार पर जांच की जा रही है. ट्रक के ड्राइवर और खलासी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बता दें कि बिहार में 2016 से शराबबंदी कानून लागू है. बिहार पुलिस की ओर से कहा जाता रहा है कि बिहार में शराबबंदी लागू है, लेकिन बगल के राज्य झारखंड, यूपी यहां तक कि पड़ोसी देश नेपाल में शराबबंदी कानून लागू नहीं है. अगर बिहार पुलिस ईमानदारी से काम करें, तो बिहार में शराबबंदी कानून पूर्ण रूप से लागू हो सकता है. औरंगाबाद की उत्पाद विभाग ने इसे साबित कर दिखाया है.
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