भोजपुर: बिहार में सीएम नीतीश कुमार समाधान यात्रा (Nitish Samadhan Yatra) के तहत आरा पहुंचे हैं. जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं. आरा शहर के नागरी प्रचारिणी सभागार में जीविका दीदियों के कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं. वहीं, सभागार के बाहर दो दर्जन से अधिक लोग अलग-अलग समस्या को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने की मांग कर रहे हैं. लेकिन किसी को अंदर जाने नहीं दिया गया.
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भोजपुर में समाधान यात्रा : मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में इतनी संख्या में समस्याओं को लेकर पहुंची जनता को देख, सिस्टम पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. अपनी समस्या के समाधान के लिए सीएम नीतीश कुमार से मिलने के लिए स्थानीय जनता नागरी प्रचारिणी सभागार के बाहर हंगामा करने लगी. लोगों से जब इस बारे में बात की गई तो उनकी समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही थी. आम लोग आरोप लगाते हुए समाधान यात्रा पर ही सवाल खड़ा कर रहे थे.
'जीविका का कार्यक्रम हो रहा है और हमलोगों को ही अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है. ये कैसे मुख्यमंत्री हैं?. जो ना अपनी पार्टी की सुन रहे हैं ना आम जनता की.' - जीविका दीदी
समाधान यात्रा के बाहर लोगों का हंगामा : सीएम नीतीश कुमार की सभा के बाहर कोई किसान से जुड़ी समस्या को लेकर अपनी बात रखने आया था. तो कोई नियोजित शिक्षक से जुड़ी समस्या का समाधान चाहता था. कार्यक्रम सभा के बाहर जीविका दीदी और जेडीयू महिला विंग की कुछ महिलायें भी हंगामा कर रही थीं. इस दौरान एक और दृश्य देखने को मिला जहां संदेश की आरजेडी विधायक किरण देवी और उनके पति पूर्व विधयाक अरुण यादव को भी सुरक्षाकर्मियों द्वारा रोक दिया गया. काफी नोकझोंक के बाद विधायक और उनके पति पूर्व विधायक अरुण यादव को आगे जाने दिया गया.
समाधान यात्रा का विरोध : गौरतलब है कि समाधान यात्रा के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Samadhan Yatra in Bhojpur) आज यानी 19 जनवरी को भोजपुर के दौरे पर हैं. इस दौरान शहर में होने वाले कार्यक्रम की वजह से महादलितों के घरों को बैरिकेडिंग कर कपड़े से ढक दिया गया. या यूं कहें कि उनको बैरिकेडिंग के पीछे कैद कर दिया गया है. उनके आने-जाने के रास्ते तक बंद हैं, जिसका लोग विरोध कर रहे हैं.