भोजपुर: 'जरूरी नहीं रौशनी चिरागों से ही हो, बेटियां भी घर में उजाला करती हैं.' इस शानदार लाइन को चरितार्थ कर दिखाया है भोजपुर के शाहपुर प्रखंड के भरौली गांव की रहने वाली सुनीता कुमारी ने. सुनिता ने बिहार न्यायिक सेवा परिषद में 14वां रैंक प्राप्त करने में सफलता हासिल की है.
सुनीता के पिता अजय प्रसाद एक मजदूर हैं, जो दिल्ली में रहकर किसी तरह अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. वहीं माता राजकुमारी गृहणी हैं. सुनिता की सफलता के बाद परिवार के साथ-साथ आसपड़ोस में भी खुशी की लहर है. आज एक बेटी ने सभी का दिल जीत लिया है.
भरौली हाई स्कूल से पास की मैट्रिक
सुनिता ने भरौली हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की है. इसके बाद उन्होंने 12वीं की परीक्षा कोलकाता एवं स्नातक की परीक्षा दिल्ली से पास की. सुनीता ने एलएलबी और एलएलएम की परीक्षा कोलकाता के मौसमी कॉलेज से पास की थी. इसके बाद न्यायिक सेवा की तैयारी में जुट गई थी. इसके बाद अब उन्हें सफलता मिली है.
'शब्दों में बयां नहीं की जा सकती खुशी'
भोजपुर की बेटी की सफलता के बाद जैसे ही ईटीवी भारत उनके पैतृक आवास पहुंचा. उनके बड़े पापा दसई प्रसाद बेहद खुश दिखाई दिए. सुनीता के बड़े पापा ने बताया कि वो बचपन से ही मेधावी छात्रा रही है. सभी बड़े खुश हैं. दसई प्रसाद ने बताया कि सुनीता कोचिंग ट्यूशन पढ़ाकर अपनी तैयारी भी पूरी करती थी. आज सुनीता ने परिवार के साथ-साथ जिले का मान बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि वो इतने खुश हैं कि अपनी खुशी को शब्दों मे बयां नहीं कर सकते.