भोजपुरः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी योजना पूरी होती दिखाई नहीं दे रही है. जिले में सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल और शौचालय बनाने की बात कही जा रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. कोईलवर प्रखंड के 13 और 14 नंबर वार्ड में लोगों को अब तक न तो शुद्ध पेयजल और न ही शौचालय उपलब्ध हो पाया है.
वार्ड में नहीं हुआ नाली निर्माण
वार्ड नंबर 14 में नल जल के लिए बोरिंग करा दिया गया, टंकी रखने के लिए स्ट्रक्चर भी बन गया, लेकिन किसी के घर तक पाइप लाइन नहीं बिछी. जिससे वार्डवासी खुद के लगाए चापाकल के सहारे किसी तरह पर पीने का पानी ल रहे हैं. वार्ड में नाली निर्माण नहीं होने से बरसात का पानी घरों में घुस जा रहा है. गलियों का भी खस्ताहाल होने के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
खुले में शौच जाने को मजबूर लोग
स्थानीय लोग बताते हैं कि चलंत मोबाइल टॉयलेट यहां शोभा की वस्तु बनी हुई है. दो मोबाइल टॉयलेट गड्ढे में रखे हुए हैं जो अब पानी में डूब चुके हैं. मजबूरन यहां के लोगों को खुले में शौच जाना पड़ता है. जनप्रतिनिधि बताते हैं कि करीब 150 घरों में शौचालय नहीं है. ऐसे में घर की महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे शौच के लिए खुले में जाने को विवश हैं. इस संबंध में नगर पंचायत के कार्यपालक अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
पानी के अभाव में फेंका है मोबाइल टॉयलेट
नगर पंचायत कोइलवर की डिप्टी चेयरमैन शबाना बानो से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वार्ड नंबर14 के अधिकांश लोग रेलवे की जमीन पर घर बनाकर रहते हैं. ऐसे में उन्हें मोबाइल टॉयलेट दिया गया है, लेकिन मोबाइल टॉयलेट भी पानी के अभाव में ऐसे ही फेंका हुआ है. इसमें नगर पंचायत के हमारे अध्यक्ष और कार्यपालक दोषी हैं.