भागलपुर: बिहार के भागलपुरी सिल्क की पहचान देश ही नहीं विदेशों में भी है. खास पहचान के कारण प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले से भागलपुर को बड़ी सौगात मिली है. भागलपुर के बुनकरों को मेले से करोड़ों रुपए के ऑर्डर मिले हैं. भगवा गमछा, भगवा साड़ी, भगवा शर्ट और मटका सिल्क के बण्डी के ऑर्डर मिले हैं. साधु संतों को भागलपुर सिल्क सौगात के तौर पर दिया जाएगा.
5 करोड़ के कारोबार होंगे: दरअसल, महाकुंभ को लेकर प्रयागराज के स्थानीय लोगों ने सिल्क कारोबारियों को ऑर्डर दिया है. एक-एक कारोबारियों को 50 से 60 लाख का ऑर्डर है. इस कुंभ मेले से भागलपुर में करीब 5 करोड़ के व्यापार की सम्भावना है. प्रयागराज के लोगों ने 15 हजार पीस साड़ी का ऑर्डर दिया है. 10 हजार, एक हजार मीटर लिनन शर्ट और एक हजार मीटर मटका सिल्क के बंडी का ऑर्डर मिला है.
"अब तक भागलपुर के कारोबारियों को 50 से 60 लाख का ऑर्डर मिल चुका है. अनुमान लगाया जा रहा है कि महाकुंभ से जुड़े कपड़ों के लिए कुल मिलाकर 5 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार होगा." -मोहम्म्द तहसीन सबाब, सिल्क कारोबारी
200 बुनकरों को रोजगार: 15 दिनों में कपड़ों को डिलीवर किया जाएगा. इसके लिए चंपानगर में 200 बुनकर कपड़ों को तैयार करने में जुटे हैं. उजले धागे से साड़ियों और गमछों को तैयार किया जा रहा है. इसके बाद उसको डाई करने के बाद फिर कढ़ाई कर फाइनल किया जा रहा है.
'इतने ऑर्डर की उम्मीद नहीं थी': सिल्क कारोबारी तहसीन सबाब ने स्थानीय लोगों ने साधु-संतों को सौगात देने के लिए भागलपुर को चुना है. कहा कि इतने ऑर्डर की उम्मीद नहीं थी. कारोबारियों ने तय किया कि सारे ऑर्डर छोड़कर पहले महाकुंभ का ऑर्डर को पूरा करें. मेले में सिर्फ भगवा रंग की डिमांड है.
तहसीन सबाब ने बताया कि "मटका सिल्क को महाकुंभ से संजीवनी मिली है. क्योंकि मटका सिल्क भागलपुर में विलुप्त होता जा रहा था लेकिन 1000 मी का मटका सिल्क का आर्डर मिला है. ऑर्डर देने वाले ने कीमत नहीं पूछी. कहा कीमत नहीं देखना है, मुझे बस मटका सिल्क चाहिए."
स्टॉल के कारण मिले ऑर्डर: सिल्क की मार्केटिंग करने वाले कौशल कुमार ने बताया कि उन्हें एक-एक हजार मीटर के बण्डी और लीनन शर्ट का ऑर्डर मिला है. बिहार सरकार के जरीय जगह जगह स्टॉल लगाए जाते हैं. वहीं से कॉन्टेक्ट किया गया है. शर्ट और बंडी के ऑर्डर मिले हैं.
"महाकुंभ मेले में आने वाले सभी अतिथियों और साधु-संतों को भगवा रंग के कपड़े भेंट देने के लिए भागलपुर के बुनकरों से कपड़े तैयार करवाए जा रहे हैं. हमलोग बिहार सरकार के जरीय जगह-जगह स्टॉल लगाते हैं. इसी के माध्यम से ऑर्डर मिला है." -कौशल कुमार, सिल्क मार्केटर
विदेशों तक जाते हैं भागलपुरी सिल्क: बता दें कि भागलपुरी सिल्क, लीनन और विस्कॉज के कपड़ों की खूब डिमांड होती है. भागलपुर में तकरीबन 70 बुनकर हैं जो सिल्क से जुड़े रहते हैं. यहां से तैयार कपड़ों को भारत के अलग-अलग राज्यों समेत रूस, बांग्लादेश, नेपाल, अमेरिका, इटली, जापान भी भेजे जाते हैं.
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