भोजपुरः बिहार के भोजपुर में श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी रिश्वत लेते गिरफ्तार (Labor enforcement officer arrested in Bhojpur) कर लिए गए. यह कर्रवाई निगरानी की टीम ने छापेमारी कर की. अधिकारी वैशाली के गोरौल प्रखंड के पदमौल गांव निवासी राणा कुमार हैं, जो आरा के बाबू बाजार स्थित श्रम विभाग के कार्यालय में पदस्थापित थे. जिन्हें निगरानी की टीम ने 10 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है. राणा कुमार की गिरफ्तारी होते ही शर्म विभाग के कार्यालय में अफरातफरी मच गई.
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वैशाली के रहने वाले हैं पदाधिकारीः निगरानी की टीम से मिली जानकारी के अुनसार अधिकारी कन्या विवाह योजना की राशि पास देने के बदले 10 हजार रुपए रिश्वत ले रहे थे. तभी निगरानी ने अपना जाल बिछाते हुए उन्हें आरा के बाबू बाजार स्थित श्रम विभाग के कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया. अधिकारी मूल रूप से वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड के पदमौल गांव के रहने वाले हैं. गिरफ्तारी के बाद निगरानी की टीम पदाधिकारी से पूछताछ करते हुए आगे की कार्रवाई में जुटी है.
11 सदस्यीय टीम ने की कार्रवाईः निगरानी डीएसपी नीलाभ कृष्ण, डीएसपी गोपाल कृष्ण और इंस्पेक्टर संजय चतुर्वेदी सहित 11 सदस्यीय टीम ने यह कार्रवाई की. टीम आरा के धनुपरा निवासी महिला शिकांति देवी की शिकायत पर श्रम विभाग के कार्यालय पहुंची थी. जहां उन्होंने रंगेहाथ पदाधिकारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. पटना निगरानी विभाग के डीएसपी नीलाभ कृष्णा ने बताया कि पदाधिकारी के खिलाफ 10 हजार रुपए रिश्वत लेने का आरोप है. पूछताछ के बाद टीम पटना कोर्ट में पेश करेगी.
"महिला की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है. महिला ने शिकायत की थी पदाधिकारी उससे रिश्वत की मांग कर रहा है. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज भी किया गया था. इसी मामले में टीम ने रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है." - नीलाभ कृष्णा, डीएसपी, निगरानी