भोजपुर (आरा): बिहार के भोजपुर जिले के आरा में मानवाधिकार की टीम दो साल पहले भूख से मृत बच्चे (Child Died Due To Starvation) के संबंध में जांच करने पहुंची. मानवाधिकार आयोग (Bihar Human rights Commission) के सचिव और रजिस्टार मृत बच्चे के घर पहुंचकर मामले की गहनता से जांच-पड़ताल की. जिसमें यह पाया गया कि उस दौरान बच्चे की मौत भूख से ही हुई थी.
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मानवाधिकार आयोग के सचिव राजेश कुमार और रजिस्टार शैलेन्द्र कुमार सिंह की टीम आरा पहुंचकर जवाहर टोला में मृत बच्चे के घर पहुंच कर मामले की गहनता से जांच की. इस मौके पर मृत बच्चे के माता-पिता से पूरे मामले पर बातचीत की गई.
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इस दौरान पाया गया कि दो साल पूर्व बच्चे को सही तरीके से खाना नहीं मिल पाया था. जिससे वह बीमार हो गया था. जिसके बाद बच्चे को सरकारी अस्पताल में उचित इलाज नहीं मिल पाया था. जिससे बच्चे की मौत हो गई थी.
मानवाधिकार आयोग के सचिव राजेश कुमार ने बताया कि जांच क्रम में बात सामने आ रही है कि बच्चे की मौत भूख और उचित इलाज के अभाव में हुई थी. जांच की रिपोर्ट मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को सौंपी जाएगी. जिसके बाद फैसला लिया जाएगा कि मृत बच्चे के परिजनों को क्या मुआवजा दिया जाए. इसके साथ ही दोषियों पर क्या कार्रवाई की जाए.
बता दें कि दो साल पूर्व आरा के नवादा थाना क्षेत्र के जवाहर टोला वार्ड नबंर-40 में दुर्गा पासवान के पुत्र राकेश कुमार उर्फ राहुल की भूख से मौत हो गई थी. इस घटना को लेकर उस समय काफी हंगामा मचा था. जिसके आलोक में मानवाधिकार आयोग ने जांच का आदेश दिया था. जिसके बाद मानवधिकार की टीम मृतक बच्चे के घर जांच करने पहुंची.
'परिवार के लोगों से बात करने पर यही पता चल रहा है कि बच्चे का इलाज ठीक से नहीं हुआ. इसके साथ ही सरकारी अनाज जो परिवार को मिलता है उसमें भी कमी थी. जांच की रिपोर्ट मनवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को सौंपी जाएगी. जिसके बाद आगे फैसला लिया जाएगा.' -राजेश कुमार, सचिव, मनवाधिकार आयोग, बिहार