भागलपुर: बिहार सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार के आदेश की जिले में सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. बिजली खर्च पर अंकुश लगाने का फरमान जारी होने के बाद भी अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं. जन संपर्क विभाग के कार्यालय में अफसरों की अनुपस्थिति में भी बल्ब और पंखा ऑन है.
बिहार सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंस कर जिले के सभी डीएम और एसएसपी को बिजली खर्च पर अंकुश लगाने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा है कि अफसर या अन्य कर्मी के कक्ष में रहने पर ही पंखा, बल्ब और अन्य उपकरण चलना चाहिए. इनके जाते ही सभी उपकरण बंद हो जाना चाहिए, ताकि बिजली के दुरुपयोग को रोका जा सके.
सरकारी आदेश की अवहेलना
मुख्य सचिव के निर्देश का प्रभाव जिले के अफसरों पर नहीं पड़ रहा है. जन संपर्क विभाग के कार्यालय में कोई भी कर्मी नहीं है फिर भी एक ट्यूबलाइट, दो एलईडी बल्ब और एक पंखा चल रहा है. ईटीवी भारत के संवाददाता ऑफिस के बाहर इस इंतजार में खड़े रहे कि अफसर किसी छोटे-मोटे काम से गए होंगे, जल्द ही वापस आ जाएंगे. मगर काफी देर बाद भी कोई नहीं आया.
सफाई देते दिखे सरकारी बाबू
मीडिया आने की खबर जब साहब को लगी, तब वो दफ्तर पहुंचे. पेशे से क्लर्क राज कुमार से जब पूछा गया कि आपकी अनुपस्थिति में कमरे की लाइट और पंखा क्यों चल रहे थे, तो उन्होंने कहा कि कमरे में अंधेरा रहता है, इसलिये लाइट ऑन है. पंखा ऑन रहने के सवाल पर उन्होंने कुछ नहीं कहा. मामले पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि बत्ती और पंखा बंद करना ऑफिस स्टॉफ का काम है.