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कर्मचारी की कमी से जूझ रहा जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, आश्रितों को हो रही है परेशानी

जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी कर्नल कृष्ण नंदन प्रसाद ने बताया कि कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए उचित माध्यम से कई बार हमने अपनी बात को रखा भी है. लेकिन अब तक इसे पूरा नहीं किया गया है.

District Sainik Welfare Office in bhagalpur
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Published : Jan 24, 2021, 12:40 PM IST

भागलपुर: जिले के सैंडिस कंपाउंड में स्थित जिला सैनिक कल्याण कार्यालय कर्मचारी की कमी से जूझ रहा है. यहां सालों से 10 कर्मचारी की जगह 4 कर्मचारी काम कर रहे हैं. इससे यहां आने वाले आश्रितों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस कार्यालय से 9 जिले के करीब 8000 सैनिक और पूर्व सैनिक के परिवारों का काम किया जाता है. ऐसे में ससमय काम नहीं हो पा रहा है.

"यहां अधिकारी, लिपिक, अकाउंटेंट और अन्य मिलाकर 10 कर्मचारी इस दफ्तर में दिए गए हैं, लेकिन 6 पद खाली हैं. मुझे मिलाकर यहां पर चार कर्मचारी हैं. जो 9 जिले के करीब 8000 से अधिक आश्रितों का काम कर रहे हैं, यही वजह है कि काम में देरी हो रही है."- कर्नल कृष्ण नंदन प्रसाद, जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी

देखें रिपोर्ट

दूर नहीं की जा रही समस्या
जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी कर्नल कृष्ण नंदन प्रसाद ने बताया कि आश्रितों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि कमी को दूर करने के लिए उचित माध्यम से कई बार हमने अपनी बात को रखा भी है. लेकिन अब तक कर्मचारियों की कमी को पूरा नहीं किया गया है. कर्नल कृष्ण नंदन प्रसाद ने बताया कि जब तक कि फ्रेश वैकेंसी नहीं निकाली जाएगी तब तक यहां के खाली पद नहीं भरे जा सकते.

ये भी पढ़े: महज दो कमरों में चल रहा जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, नये भवन का निर्माण आज तक अधूरा

कई दिनों तक लगाने पड़ते हैं दफ्तर के चक्कर
बता दें कि भागलपुर के जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में बांका, भागलपुर, कटिहार, सुपौल, किशनगंज, अररिया, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया के सैन्य बल के आश्रितों की समस्या निष्पादन के काम किए जाते हैं. दूर से आने वाले सैनिकों के आश्रितों को कई बार छोटे कामों के लिए भी कई दिनों तक दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ते हैं.

भागलपुर: जिले के सैंडिस कंपाउंड में स्थित जिला सैनिक कल्याण कार्यालय कर्मचारी की कमी से जूझ रहा है. यहां सालों से 10 कर्मचारी की जगह 4 कर्मचारी काम कर रहे हैं. इससे यहां आने वाले आश्रितों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस कार्यालय से 9 जिले के करीब 8000 सैनिक और पूर्व सैनिक के परिवारों का काम किया जाता है. ऐसे में ससमय काम नहीं हो पा रहा है.

"यहां अधिकारी, लिपिक, अकाउंटेंट और अन्य मिलाकर 10 कर्मचारी इस दफ्तर में दिए गए हैं, लेकिन 6 पद खाली हैं. मुझे मिलाकर यहां पर चार कर्मचारी हैं. जो 9 जिले के करीब 8000 से अधिक आश्रितों का काम कर रहे हैं, यही वजह है कि काम में देरी हो रही है."- कर्नल कृष्ण नंदन प्रसाद, जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी

देखें रिपोर्ट

दूर नहीं की जा रही समस्या
जिला सैनिक कल्याण पदाधिकारी कर्नल कृष्ण नंदन प्रसाद ने बताया कि आश्रितों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि कमी को दूर करने के लिए उचित माध्यम से कई बार हमने अपनी बात को रखा भी है. लेकिन अब तक कर्मचारियों की कमी को पूरा नहीं किया गया है. कर्नल कृष्ण नंदन प्रसाद ने बताया कि जब तक कि फ्रेश वैकेंसी नहीं निकाली जाएगी तब तक यहां के खाली पद नहीं भरे जा सकते.

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कई दिनों तक लगाने पड़ते हैं दफ्तर के चक्कर
बता दें कि भागलपुर के जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में बांका, भागलपुर, कटिहार, सुपौल, किशनगंज, अररिया, सहरसा, मधेपुरा और पूर्णिया के सैन्य बल के आश्रितों की समस्या निष्पादन के काम किए जाते हैं. दूर से आने वाले सैनिकों के आश्रितों को कई बार छोटे कामों के लिए भी कई दिनों तक दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ते हैं.

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