भागलपुरः भारतीय पुलिस सेवा के 1989 बैच के कर्नाटका केडर के तेजतर्रार आईपीएस अमर कुमार पांडे इन दिनों अपने पैतृक गांव बैजानी फुलवरिया पहुंचे हैं. अमर कुमार का नाम खासकर तब ज्यादा चर्चा में आया जब इन्हें एडीजीपी इंटेलिजेंस के तौर पर नियुक्त किया गया. उस दौरान इन्होंने अंडरवर्ल्ड के सबसे बड़े माफिया डॉन रवि पुजारी को गिरफ्तार कर अपनी बहादुरी की मिसाल पेश की थी. फुर्सत के इन पलों में आईपीएस अमर ने ईटीवी भारत के संवाददाता से खास बातचीत की.
पैतृक गांव से है भावनात्मक जुड़ाव
कर्नाटका के सीनियर आईपीएस को अपने पैतृक गांव से काफी ज्यादा भावनात्मक जुड़ाव है. इसलिए वह बीच-बीच में अपने पैतृक गांव बैजानी फुलवरिया आकर अपनी पुरानी और बीती बातों को याद करते हैं. कैसे टिल्ला पर दोस्तों के साथ बैठकर बातें करते थे. अमर कुमार पांडे बताते हैं कि अपने बचपन की सभी बातें उनके जेहन में तैरती रहती है. खासकर आम के पेड़ के नीचे बैठकर आम खाने की अनुभूति काफी सुखद होती थी. उन्हें भागलपुर के आम के साथ-साथ अपने जन्मभूमि की मिट्टी से अटूट प्रेम है.
दोस्तों के साथ समय बिताना है पसंद
आईपीएस अमर कुमार जब घर आते हैं तो काफी खुश दिखते हैं और अपने दोस्तों के साथ समय बिताना काफी पसंद करते हैं. वह कहते हैं इंसान को जिंदगी में कर्मभूमि के साथ-साथ जन्मभूमि से भी जुड़े रहना काफी जरूरी है, क्योंकि जो परिवार और समाज इंसान की जिंदगी की प्रारंभिक पाठशाला होती है, हर मनुष्य की जिंदगी में उसका काफी महत्व है. समाज के हर इंसान की प्रारंभिक पाठशाला होती है, जहां से लोग काफी व्यावहारिक चीजें सीखते हैं.
पिता से मिली आईपीएस बनने की प्रेरणा
उन्होंने आगे बताया कि पुलिस पदाधिकारी बनने की प्रेरणा उन्हें उनके पिता से मिली. अमर कुमार पांडे के पिताजी पुलिस विभाग में ही कार्यरत थे. अमर कुमार पांडे का जन्म नाथनगर के सीटीएस में हुआ था. उस वक्त अजय कुमार के पिता इंस्ट्रक्टर के पद पर तैनात थे. अमर कुमार पांडे की हायर सेकेंडरी की शिक्षा बोकारो से हुई, जबकि स्नातक की शिक्षा उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है.
'हर केस महत्वपूर्ण होता है'
अंडरवर्ल्ड के माफिया डॉन रवि पुजारी की गिरफ्तारी पर पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह देश से जुड़ा काफी बड़ा ऑपरेशन था. पुलिस सेवा में हर वक्त ऐसे हालात बने रहते हैं कि जब आप मुश्किलों से घिरे रहते हैं. उन्होंने कहा कि वैसे तो हर केस ही महत्वपूर्ण होता है. वर्तमान में आईपीएस अमर कुमार पांडे एडीजीपी स्टेट ह्यूमन राइट कमीशन बेंगलुरु में पदस्थापित हैं. इस वक्त वह भागलपुर पहुंचकर अपने दोस्तों के साथ काफी खुश दिख रहे हैं.