भागलपुर: दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों और कामगारों को रोजगार मिले, इसके लिए बिहार सरकार कई स्तर पर काम कर रही है. उद्योग विभाग ने उन सभी संस्थानों को पुनर्जीवित करने की योजना बनाई है, जो वर्षों से बंद पड़ी हुई है. इसी क्रम में भागलपुर जीरो माइल के बहादुरपुर स्थित बिहार स्पन सिल्क मिल्स परिसर को सिल्क सिटी के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है.
मिल में शुरू हुआ काम
इसके लिये उद्यमियों के साथ एग्रीमेंट की कार्रवाई पूरी होने के 2 दिन बाद ही भागलपुर में काम शुरू हो गया है. सिल्क मिल से पुराने मशीन को हटाया जा रहा है और दीवार को भी तोड़ा जा रहा है. भागलपुर सिल्क मील के मैनेजर ने बताया कि 3 से 4 दिन में पुराने सारे मशीन को यहां से हटा दिया जाएगा. बाकी का काम शुरू कर दिया जाएगा.
हजारों लोग को मिलेगा रोजगार
सिल्क सिटी में सिल्क से संबंधित अनुसंधान और विकास तकनीकी प्रशिक्षण केंद्र, सामान्य सुविधा केंद्र, रॉ मटेरियल बैंक, रिटेल मार्केटिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टोरेज और लॉजिस्टिक आदि से संबंधित अन्य सहायक इकाई भी यहां स्थापित की जाएगी. जिसमें हजारों लोग को रोजगार मिलेगा और यहां रोजी रोटी कमा सकेंगे.
लीज पर दिया गया मिल
भागलपुर बिहार स्पन सिल्क मिल के जनरल मैनेजर वरूण कुमार ने कहा कि इस मिल को लीज पर दे दिया गया है. इसलिए यहां जितने भी पुराने मशीन हैं, उसे हटाया जा रहा है. 2 से 3 दिनों में सारा मशीन हट जाएगा. इसके बाद बिल्डिंग की बनावट को भी हटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस जगह को सिल्क सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा. जिसमें हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा.
कपड़ा पार्क की स्थापना
बता दें बिहार सरकार के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने एक जून को भागलपुर के सिल्क मिल को लेकर उद्यमियों से एग्रीमेंट पूरी होने की बात कही थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार ने भागलपुर के बिहार राज्य औद्योगिक विकास निगम की इकाई बिहार स्पन सिल्क मिल्स परिसर को सिल्क सिटी के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है. उसको लेकर एग्रीमेंट पूरी हो चुकी है. सिल्क सिटी में रेशम, खादी, मलमल और हस्तकर्घा से संबंधित उद्योग और भागलपुर क्षेत्र के सामाजिक आर्थिक विकास के लिए एकीकृत कपड़ा पार्क की स्थापना की जाएगी. जिसके बाद बुधवार को यहां काम शुरू हो गया.