भागलपुर: जमुई (Jamui) से सांसद चिराग पासवान अपने दिवंगत पिता रामविलास पासवान की कर्मभूमि हाजीपुर से आर्शीवाद यात्रा (Chirag Paswan Ashirwad Yatra) की शुरुआत कर चुके हैं. शुक्रवार से चिराग ने आशीर्वाद यात्रा पार्ट-2 की शुरुआत की है. कटिहार जाने के क्रम में उन्होंने नवगछिया के जीरोमाइल में अपने समर्थकों से मुलाकत की. जहां समर्थकों ने उनका गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया.
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आशीर्वाद यात्रा का पहला चरण 12 जुलाई तक था. लेकिन, यात्रा को बीच में ही छोड़कर चिराग पासवान शनिवार को अचानक दिल्ली लौट गए थे. अब उनकी आशीर्वाद यात्रा पार्ट-2 शुक्रवार यानी 16, 17 और 18 जुलाई को होनी है. बता दें कि लोजपा में पड़ी फूट के बाद चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा के जरिए बिहार की जनता का समर्थन जुटाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं.
बता दें कि एलजेपी (LJP) के दो गुटों में बट जाने के बाद लोकसभा स्पीकर ने चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस को सदन में पार्टी के नेता के तौर पर मान्यता दे दी थी. उनके इसी फैसले को चिराग पासवान की तरफ से दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में चुनौती दी गई थी. शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने चिराग की इस याचिका पर सुनवाई करने से मना कर दिया.
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जहां एक तरफ पारस लगातार अपने गुट को मजबूत करने में जुटे हैं. उन्होंने गुरुवार को बिहार सहित सात राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए हैं. समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज (Samastipur MP Prince Raj) को बिहार का अध्यक्ष बनाया गया है. लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के असली राजनीतिक वारिस बताने वाले हाजीपुर से सांसद पारस के माध्यम से जारी सूची में प्रिंस राज को बिहार का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
वहीं दूसरी तरफ रामविलास के बेटे चिराग पासवान ने आशीर्वाद यात्रा निकालकर अपनी कार्यकर्ताओं और पार्टी को मजबूत करने के लिए आशीर्वाद यात्रा पर निकले. जनसंख्या नियंत्रण कानून (Population Control Law) पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए चिराग पासवान ने कहा कि यह एक बड़ी समस्या है. इसको लेकर जागरुकता जरूरी है.
चिराग ने नीतीश सरकार पर दलितों को लेकर बनाए गए कानूनों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे क्या फायदा हुआ? बिहार में शराबबंदी लागू की गई, उससे क्या फायदा हुआ? कानून से पहले लोगों को जागरूक करने की जरूरत थी. बिना जागरुकता के कानून बनाने का क्या हश्र होता है, जनता जानती है.
'अभी मैं आशीर्वाद यात्रा पर हूं. जनता का अपार समर्थन मिल रहा है. किस दल के साथ गठबंधन करना है, यह चुनाव के समय तय करूंगा. लेकिन अभी फिलहाल जनता के बीच जाकर उनसे मिलने का काम करता रहूंगा. अभी दिवंगत रामविलास पासवान के विचारों के तहत लोगों के लिए काम करने का वक्त है. पापा ने जो सिखाया है, उसी रास्ते पर चलना है. आगे संगठन की मजबूती पर भी ध्यान देना है.' -चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष लोजपा