भागलपुर: पुलिस ने तीन बड़े साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. तीनों साइबर अपराधी लोगों के एटीएम का क्लोन बनाकर खाते से पैसे उड़ाने का काम करते थे. पुलिस ने गुप्तसूचना के आधार पर पुलिस की एक विशेष टीम ने शहर के भावना इंटरनेशनल होटल से गिरफ्तार किया. तीनों शातिरों में दो झारखंड का रहने वाला है. गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि वे जिले में ठगी करने के उद्देश्य से इक्टठा हुए थे. वहीं, पुलिस को अपने गिरोह के बारे में जानकारी दी की वे सभी बिहार, बंगाल और झारखंड में कई बार ठगी को अंजाम दे चुके हैं.
बुजुर्गों को करते थे टारगेट
ठगों ने पुलिस को पूछताछ के दौरान बताया कि वे पहले एटीएम का रैकी करते थे. खास कर उन एटीएम का जहां बुजुर्ग तबके के लोग अधिक जाया करते थे. वे मदद करने के नाम पर है एटीएम अपने हाथ लेकर पोर्टेबल मशीन से तुरंत उस एटीएम को स्वाइप कर उसका डाटा चुरा लेते थे. उसके बाद लैपटॉप में उस डाटा को लोड कर शादे कार्ड पर उस डाटा को डालकर एटीएम का क्लोन तैयार कर लेते और उसे पैसा निकाला शुरू कर देते थे. वहीं, उन्होंने बताया कि इस तरह की ठगी करने पर न तो कार्ड धारक के पास कोई मैसेज जाता था न ही कोई ओटीपी. जिस कारण वो अबतक पुलिस को चकमा देते आ रहे थे.
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पुलिस को शातिरों के पास से 46 एटीएम कार्ड बरामद
गिरफ्तार साइबर अपराधियों के बारे में जानकारी देते हुए एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि आरोपियों के पास से 46 एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि सभी एटीएम कार्ड अलग अलग बैंकों के हैं. वहीं, आरोपियों के पास से तीन स्वाइप मशीन, 7200 रुपए नगद और 4 मोबाइल बरामदगी की है.
एसएसपी ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि साइबर ठग का गिरोह भागलपुर के भावना इंटरनेशनल होटल में छुपकर रह रहे हैं. वहीं, ठगी को अंजाम देने का पूरा प्लान बनाकर तैयार बैठे हैं. जानकारी पुख्ता होने पर सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया. उक्त होटल में छापेमारी की जिसमें सभी ठगों को गिरफ्तार किया गया. एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि गिरफ्तार किए गए ठगों की संपत्ति की जांच कराई जाएगी. वहीं, उनके द्वारा अर्जित अपराध जनक संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि इस गिरोह में शामिल अन्य अपराधियों का पता लगाया जा रहा है.