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बेगूसराय: सब्जी के भाव में बिक रहे फल, किसान परेशान

बीते दिनों में आये बाढ़ के कारण किसानों की फसल क्षति हुई. जिसके कारण सब्जीयों के दाम में फल और फल के दाम सब्जियां बेची जा रही है. वहीं, ट्रांसपोर्टिंग ओवरलोडिंग और व्यवसायियों के मुनाफे को जोड़कर सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है.

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Published : Oct 27, 2019, 8:23 AM IST

Updated : Oct 27, 2019, 9:43 AM IST

बेगूसराय: आमतौर पर पर्व त्यौहार के महीने में फलों के दाम आसमान छूते हैं, लेकिन इस बार बाढ़ ने कुछ इस कदर तबाही मचाई कि जिले में फलों के दाम पर सब्जियां और सब्जियों के दाम पर फल बिक रहे हैं. एक तरफ सेव और बेदाना 100 में 3 किलो बेचे जा रहे हैं, वहीं गोभी टमाटर 80 से 100 रुपये किलो बिक रहे हैं. पर्व त्योहार को लेकर फल व्यवसाय से मुनाफा की सोच रखने वाले लोग हताश हैं.

सब्जियों के दाम में बिक रहा है फल
पर्व त्यौहार के माह में जब लोग खरीदारी को निकलते है तो उनके जेहन में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि फल काफी महंगे होंगे .अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आप गलत सोच रहे है. इस बार फल महंगे नहीं सस्ते बिक रहे हैं .यह सुनने में आश्चर्यजनक जरूर लगता होगा लेकिन शहर में फल सब्जियों के दाम में और सब्जियां फलों की कीमत पर बाजार में बिक रहे है.

begusarai
सब्जी के भाव में बिक कहा है फल

बाढ़ ने किसानों को किया तबाह
बता दें कि दरअसल गंगा की बाढ़ ने सिर्फ लोगों के घर तबाह किया बल्कि किसानों की फसल क्षति हुई. जिले में बड़ी मात्रा में सब्जियों की फसल भी तबाह हो गयी. एक तो बाढ़ ने शब्जियों के फसल तबाह कर दिए जो कसर बचा दुर्गा पूजा के समय लगातार हुई बरसात ने उसे चौपट कर दिया. जिले के सब्जियों की फसल तबाह होने के बाद यहां की सब्जी मंडी दूसरे जिले और दूसरे राज्यों की सब्जियों पर केंद्रित हो गई, जिस वजह से ट्रांसपोर्टिंग ओवरलोडिंग और व्यवसायियों के मुनाफे को जोड़कर सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है.

किसानों पर परिवहन एक्ट का असर
सब्जी दुकानदार का कहना है कि खरीद महंगी होने कारण बाढ़ है और दूसरी ओर परिवहन एक्ट लागू होने के बाद अत्यधिक भाड़ा भी बढ़ गया है. जिस वजह से सब्जियों के बढ़े दाम और लोगों को हो रही परेशानी हो रही है.

सब्जियों के दाम छू रहे आसमान

दूसरे राज्यों से सब्जियों की आयात
इस बाबत ईटीवी भारत की टीम ने फल मंडी के साथ-साथ जिले के प्रसिद्ध चट्टी रोड स्थित सब्जी मंडी का भी दौरा किया जहां सब्जी के व्यवसायियों ने बताया कि जिले में सब्जियों का उत्पादन ब्यापक पैमाने पर होता था बाढ़ और लगातार बरसात के कारण फसल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है ,जिस वजह से दूसरे जिले और दूसरे राज्यों से सब्जियों का आयात किया जा रहा है. वही. उन्होंने कहा कि लोग चाह कर भी सब्जियों के भाव नियंत्रित नहीं कर पा रहे है.

बेगूसराय: आमतौर पर पर्व त्यौहार के महीने में फलों के दाम आसमान छूते हैं, लेकिन इस बार बाढ़ ने कुछ इस कदर तबाही मचाई कि जिले में फलों के दाम पर सब्जियां और सब्जियों के दाम पर फल बिक रहे हैं. एक तरफ सेव और बेदाना 100 में 3 किलो बेचे जा रहे हैं, वहीं गोभी टमाटर 80 से 100 रुपये किलो बिक रहे हैं. पर्व त्योहार को लेकर फल व्यवसाय से मुनाफा की सोच रखने वाले लोग हताश हैं.

सब्जियों के दाम में बिक रहा है फल
पर्व त्यौहार के माह में जब लोग खरीदारी को निकलते है तो उनके जेहन में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि फल काफी महंगे होंगे .अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आप गलत सोच रहे है. इस बार फल महंगे नहीं सस्ते बिक रहे हैं .यह सुनने में आश्चर्यजनक जरूर लगता होगा लेकिन शहर में फल सब्जियों के दाम में और सब्जियां फलों की कीमत पर बाजार में बिक रहे है.

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सब्जी के भाव में बिक कहा है फल

बाढ़ ने किसानों को किया तबाह
बता दें कि दरअसल गंगा की बाढ़ ने सिर्फ लोगों के घर तबाह किया बल्कि किसानों की फसल क्षति हुई. जिले में बड़ी मात्रा में सब्जियों की फसल भी तबाह हो गयी. एक तो बाढ़ ने शब्जियों के फसल तबाह कर दिए जो कसर बचा दुर्गा पूजा के समय लगातार हुई बरसात ने उसे चौपट कर दिया. जिले के सब्जियों की फसल तबाह होने के बाद यहां की सब्जी मंडी दूसरे जिले और दूसरे राज्यों की सब्जियों पर केंद्रित हो गई, जिस वजह से ट्रांसपोर्टिंग ओवरलोडिंग और व्यवसायियों के मुनाफे को जोड़कर सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है.

किसानों पर परिवहन एक्ट का असर
सब्जी दुकानदार का कहना है कि खरीद महंगी होने कारण बाढ़ है और दूसरी ओर परिवहन एक्ट लागू होने के बाद अत्यधिक भाड़ा भी बढ़ गया है. जिस वजह से सब्जियों के बढ़े दाम और लोगों को हो रही परेशानी हो रही है.

सब्जियों के दाम छू रहे आसमान

दूसरे राज्यों से सब्जियों की आयात
इस बाबत ईटीवी भारत की टीम ने फल मंडी के साथ-साथ जिले के प्रसिद्ध चट्टी रोड स्थित सब्जी मंडी का भी दौरा किया जहां सब्जी के व्यवसायियों ने बताया कि जिले में सब्जियों का उत्पादन ब्यापक पैमाने पर होता था बाढ़ और लगातार बरसात के कारण फसल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है ,जिस वजह से दूसरे जिले और दूसरे राज्यों से सब्जियों का आयात किया जा रहा है. वही. उन्होंने कहा कि लोग चाह कर भी सब्जियों के भाव नियंत्रित नहीं कर पा रहे है.

Intro:एंकर- आमतौर पर पर्व त्यौहार के महीने में फलों के दाम आसमान छूते हैं लेकिन इस बार बाढ़ ने कुछ इस कदर तबाही मचाई की फलों के दाम पर सब्जियां और सब्जियों के दाम पर फल बाजार में बिक रहे हैं ।एक तरफ सेव और बेदाना ₹100 में 3 किलो बेचे जा रहे हैं, वही गोभी टमाटर 80 से ₹100 किलो बिक रहे हैं पर्व त्यौहार को लेकर फल व्यवसाय से मुनाफा की सोच रखने वाले लोग हताश हैं।


Body:vo- पर्व त्यौहार के माह में जब लोग खरीदारी को निकलते हैं तो उनके जेहन में सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि फल काफी महंगे होंगे ,अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आप गलत सोच रहे हैं। इस बार फल महंगे नहीं सस्ते बिक रहे हैं ।यह सुनने में आश्चर्यजनक जरूर लगता होगा लेकिन बेगूसराय जिले में फल सब्जियों के दाम में और सब्जियां फलों की कीमत पर बाजार में बिक रहे हैं ।
दरअसल गंगा की बाढ़ ने ना सिर्फ लोगों के घर तबाह किए किसानों की फसल क्षति हुई बल्कि बेगूसराय जिले में बड़ी मात्रा में सब्जियों की फसल भी तबाह हो गयी है। एक तो बाढ़ ने शब्जियो के फसल तबाह कर दिए जो कसर बचा दुर्गा पूजा के समय लगातार हुई बरसात ने उसे चौपट कर दिया। जिले के सब्जियों की फसल तबाह होने के बाद यहां की सब्जी मंडी दूसरे जिले और दूसरे राज्यों की सब्जियों पर केंद्रित हो गई, जिस वजह से ट्रांसपोर्टिंग ओवरलोडिंग और व्यवसायियों के मुनाफे को जोड़कर सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं ।
बेगूसराय जिले में
धनिया पत्ता- ₹200 किलो
टमाटर -₹80 किलो
गोभी- ₹80 किलो
बैगन- ₹50 किलो
पत्ता गोभी -₹50 किलो
करेला- ₹60 किलो
इसी तरह अन्य शब्जियो के दाम भी काफी महंगे है।
इसके ठीक विपरीत फलों के दाम काफी सस्ते हैं फल मंडी से लेकर फुटकर विक्रेता तक फलों की कीमत में गिरावट से आश्चर्यचकित हैं, उनका मानना है कि जितने फलों के दाम इस बार सस्ते हैं पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था पर्व त्यौहार के मौसम में फल के दाम काफी ऊंचे होते थे व्यवसाय के दृष्टिकोण से हम लोगों ने इसमें पूंजी निवेश किया लेकिन परिणाम ठीक इसके विपरीत है। मुनाफा तो दूर की बात अब लागत नहीं निकल पा रहा है।
सेव-30-40 रुपये किलो
बेदाना-30-35 रुपये किलो
मौसमी-35 रुपये किलो
इसी तरह कुछ फलों को छोडकर ज्यादातर फलों के दाम शब्जियो की तुलना में आधे से भी कम है जिससे फल कारोबारी काफी निराश हैं।
बाइट-मो0 तीजा मूल
बाइट-मो0 जमील
vo- सब्जियों के बढ़े दाम और लोगों को हो रही परेशानी के बाबत ईटीवी भारत की टीम ने फल मंडी के साथ-साथ बेगूसराय के प्रसिद्ध चट्टी रोड स्थित सब्जी मंडी का भी दौरा किया जहां सब्जी के व्यवसायियों ने बताया कि जिले में सब्जियों का उत्पादन ब्यापक पैमाने पर होता था बाढ़ और लगातार बरसात के कारण फसल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है ,जिस वजह से दूसरे जिले और दूसरे राज्यों से सब्जियों का आयात किया जा रहा है एक तो खरीद महंगी है दूसरी ओर परिवहन एक्ट लागू होने के बाद अत्यधिक भाड़ा भी बढ़ गया है जिस वजह से हम लोग चाह कर भी सब्जियों के भाव नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं।
वन टू वन विथ
1-सूर्य प्रकाश,थोक विक्रेता
2-चुन्नू साह,विक्रेता
3-पारस कुमार,विक्रेता


Conclusion:fvo- चाहे फल व्यवसाई हों या सब्जी के व्यवसाई सभी लोग यह मानते हैं कि उन्होंने अपने जीवन में इस तरह के हालात नहीं देखें कि सब्जियों से आधी कीमत पर बाजार में फल बिक रहे हो। निश्चित रूप से बाढ़ द्वारा बेगूसराय जिले की तबाह की गई सब्जियों की खेती ने बाजार में इस तरह के हालात पैदा कर दिए है जो फलों के दुगुने कीमत पर सब्जियां बाजार में बिक रही हैं।
Last Updated : Oct 27, 2019, 9:43 AM IST
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