बेगूसराय: कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से देशभर में जारी विपरित परिस्थितियों का फायदा उठाते हुए पीएम मोदी ने देश के लोगों से आत्मनिर्भरता की बात की. जिले के जवाहर कॉलोनी से इस आत्मनिर्भरता की एक बेहद खूबसूरत तस्वीर सामने आई है. अंजली प्रिया अपनी कला के जरिए आइकॉन बन गई हैं.
दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा का शिकार हुई अंजली
अंजली यूं तो आम महिलाओं की तरह ही दिखती हैं, लेकिन उत्साह और ऊर्जा से लबरेज है. इसी के तहत अंजली ने उस दौर में जिंदगी की जद्दोजहद शुरू की, जिस दौर में महिलाएं बेबसी, लाचारी से तंग आकर हार मान लेती है. साल 2001 में उसके माता-पिता ने धूमधाम से अंजली की शादी की. लेकिन ससुराल वाले दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे. घरेलू हिंसा की शिकार अंजली ने 2011 में अपने दो छोटे बच्चों के साथ अपना ससुराल छोड़ दिया.
मिथिला पेंटिंग के जरिए संभाला जीवन
अंजलि ने मधुबनी पेंटिंग की कला सीखी थी. इसी के जरिए उसने खुद को आत्मनिर्भर बनाने की ठानी. उसके बनाए गए मिथिला पेंटिंग जिले में काफी लोकप्रिय हैं. इस स्तर के कलाकार को कला प्रेमी और अधिकारी काफी तरजीह भी दे रहे हैं. मिथिला पेंटिंग के जरिए ना सिर्फ अंजलि ने अपने जीवन को संभाला, बल्कि अब लोगों को इसका प्रशिक्षण भी देना शुरू कर दिया है.
जिला प्रशासन ने दिया सरकारी भवनों पर पेंटिंग बनाने का आदेश
अंजलि की कला से प्रेरित होकर दूरदराज से लोग मिथिला पेंटिंग सीखने उसके पास पहुंचने लगे हैं. लॉकडाउन के दौरान अंजलि ने एक पेंटिंग तैयार की, जिसने काफी सुर्खियां बटोरी. इस पेंटिंग में उसने लॉकडाउन का उल्लंघन न करने और अपने घरों में सुरक्षित रहने की अपील की, साथ ही संक्रमण से बचाव के उपाय, सहित तमाम प्रमुख जानकारियां उकेरी थी. इस पेंटिंग से प्रभावित होकर जिला प्रशासन ने अब उसे सरकारी भवनों और दीवारों पर मिथिला पेंटिंग बनाने का आदेश दिया है.
खूबसूरत आवाज के जरिए भी पैसे कमा रही अंजली
अंजली सिर्फ मिथिला पेंटिंग तक ही सीमित नहीं रही. अपनी खूबसूरत आवाज के जरिए भी पैसे कमा रही हैं. अपने घर के एक छोटे से भाग को रिकॉर्डिंग स्टूडियो में तब्दील कर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के विज्ञापन बनाती हैं. इसे भी लोग काफी पसंद करते हैं.
महिलाओं के समूह को दे रही प्रशिक्षण
इसके अलावा कई स्थानों पर महिलाओं का समूह बनाकर वह मिथिला पेंटिंग के साथ-साथ तरह तरह का प्रशिक्षण दे रही हैं. वो प्रमुख रूप से सिलाई, ब्यूटीशियन, वर्ली पेंटिंग, मेहंदी, फेवरिक पेंटिंग, पेपर मेसी, पेपर आर्ट, एप्लिक वर्क, एलुमिनियम पेंटिंग, आइस्क्रीम स्टिक आर्ट, हैंडीक्राफ्ट, फ्लावर मेकिंग, सॉफ्ट टॉय और हर्बल गुलाल प्रमुख हैं.
महिलाओं से आत्मनिर्भर होने की अपील कर रही अंजली
अंजली प्रिया तमाम वैसी महिलाओं से आत्मनिर्भर होने की अपील कर रही है जो वक्त और हालात से जूझ रही हैं. उसके मुताबिक हर महिला को आत्मनिर्भर होने की कोशिश करनी चाहिए. जब तक महिलाएं आत्मनिर्भर नहीं होंगी, ना समाज आगे बढ़ेगा और ना देश आत्मनिर्भर होगा. अंजलि ना सिर्फ खुद आत्मनिर्भर हुई है, बल्कि जिले की सैकड़ों महिलाओं को वह आत्मनिर्भर बनाने की अनोखी मुहिम चला रही हैं. उनकी ये मुहिम इस समय देश की सबसे बड़ी जरूरत बन गयी है.