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बेगूसराय: CPI (ML) ने छात्रों और मजदूरों की वापसी के लिए सरकार पर बढ़ाया दबाव, दिया धरना

माले नेताओं का कहना है कि प्रवासी मजदूर और छात्र देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हैं, लेकिन बिहार सरकार उन्हें घर नहीं ला रही है. मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है ऐसे में कृषि कार्यों को मनरेगा से जोड़ा जाए और मजदूरों को 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 200 दिनों की मजदूरी दी जा रही है.

CPI (ML)
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Published : Apr 27, 2020, 10:05 PM IST

बेगूसराय: जिले में भाकपा माले की ऑफिस में मनरेगा मजदूर सभा और खेतिहर ग्रामीण मजदूर सभा के एक दिवसीय उपवास सह धरना दिया गया. उनकी मांगों में बिहार से बाहर फंसे मजदूरों और छात्रों की घर वापसी प्रमुख है. सोशल डिस्टेंस के साथ उपवास पर बैठे माले नेताओं ने कहा कि इस महामारी के समय हर ओर हाहाकार मचा है लेकिन सरकार कोई ठोस राहत लोगों को नहीं पहुंचा रही है.

कृषि कार्यों को मनरेगा से जोड़ने की अपील
माले नेताओं का कहना है कि प्रवासी मजदूर और छात्र देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हैं, लेकिन बिहार सरकार उन्हें घर नहीं ला रही है. मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है ऐसे में कृषि कार्यों को मनरेगा से जोड़ा जाए और मजदूरों को 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 200 दिनों की मजदूरी दी जाए. किसान और मजदूरों को राशि दी जाए ताकि उन्हें भुखमरी की समस्या से निजात मिल सके.

जिला स्तर पर कोरोना वायरस की जांच की मांग
उपवास और धरना के जरिए बिहार सरकार से प्रवासी मजदूरों और बाहर फंसे छात्रों को सकुशल घर पहुंचाने की मांग की गई. इसके साथ ही जिला स्तर पर कोरोना वायरस की जांच कराने की भी मांग की गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच हो सके, और लोगों को इस बीमारी के बारे में पता चल सके.

बेगूसराय: जिले में भाकपा माले की ऑफिस में मनरेगा मजदूर सभा और खेतिहर ग्रामीण मजदूर सभा के एक दिवसीय उपवास सह धरना दिया गया. उनकी मांगों में बिहार से बाहर फंसे मजदूरों और छात्रों की घर वापसी प्रमुख है. सोशल डिस्टेंस के साथ उपवास पर बैठे माले नेताओं ने कहा कि इस महामारी के समय हर ओर हाहाकार मचा है लेकिन सरकार कोई ठोस राहत लोगों को नहीं पहुंचा रही है.

कृषि कार्यों को मनरेगा से जोड़ने की अपील
माले नेताओं का कहना है कि प्रवासी मजदूर और छात्र देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हैं, लेकिन बिहार सरकार उन्हें घर नहीं ला रही है. मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा है ऐसे में कृषि कार्यों को मनरेगा से जोड़ा जाए और मजदूरों को 500 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से 200 दिनों की मजदूरी दी जाए. किसान और मजदूरों को राशि दी जाए ताकि उन्हें भुखमरी की समस्या से निजात मिल सके.

जिला स्तर पर कोरोना वायरस की जांच की मांग
उपवास और धरना के जरिए बिहार सरकार से प्रवासी मजदूरों और बाहर फंसे छात्रों को सकुशल घर पहुंचाने की मांग की गई. इसके साथ ही जिला स्तर पर कोरोना वायरस की जांच कराने की भी मांग की गई है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच हो सके, और लोगों को इस बीमारी के बारे में पता चल सके.

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