बेगूसराय : लड़की के पिता और दादा का यह आरोप कि लड़की का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया और 'लव जिहाद' के तहत तीन लोगों ने जबरन धर्मांतरण कराया, बिल्कुल झूठा निकला. बेगूसराय के एसपी ने इस पूरी खबर का खंडन किया है. एसपी ने कहा कि महिला और उसकी बेटी शहर के मुंगेरी गंज में रहती है. पुलिस जांच में महिला और उसकी बेटी ने अपने पति सुबोध साह और ससुर पर प्रताड़ित करने और मारपीट करने का आरोप लगाया है. इससे बचने के लिए महिला के पति सुबोध साह ने कोर्ट में दुष्कर्म और अपहरण की शिकायत दर्ज कराई और धर्म परिवर्तन की भी बात कही है. इसका महिला और उसकी बेटी ने खंडन किया है. सुबोध साह ने अपनी नाबालिग बेटी की शादी कर दी थी और लड़की को ससुराल भेजने पर अड़े थे. इसे लेकर बराबर मां-बेटी को प्रताड़ित किया जाता था. इसमें उसके पड़ोस के तीन युवक जो संयोग से अल्पसंख्यक समुदाय के थे, वे बीच-बचाव करते थे, इसलिए उन तीनों को आरोपी बना कर दुष्प्रचार किया गया. एसपी ने महिला के पति और ससुर पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. साथ ही सोशल मीडिया पर इस घटना को रंग देकर वायरल करने और तनाव पैदा करने वालों को भी चिन्हित कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
लड़की ने आवेदन में अपने दादा, चाचा और पिता पर मारपीट कर जबरन घर से निकाल देने आरोप लगाया है. उसका कहना है कि जिस तीन लोगों पर अपहरण ,सामूहिक दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया गया है वह पूरी तरह गलत है. वो उन लड़कों को नहीं जानती है. लड़की के साथ उसकी मां पार्वती देवी का कहना है कि उसके पति का मानसिक संतुलन सही नहीं है. उसनेे जो भी आरोप लगाया है वो पूरी तरीके से गलत है.
15 साल में करा दी शादी, पति की मानसिक हालत ठीक नहीं : नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया है कि उनके साथ किसी ने कोई जोर जबरदस्ती नहीं की है और न ही किसी ने उनका अपहरण किया है और न ही धर्मांतरण का दबाव बनाया है. लड़की का आरोप है कि उसके पिता, चाचा और दादा ने उसे और उसकी मां को मारपीट कर घर से भगा दिया गया.पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि 15 वर्ष की उम्र में ही उसकी शादी जबरन करवा दी गई. उसके पति की मानसिक हालात सही नही थी. वह उसके साथ मारपीट करता था, इसलिए वह ससुराल जाना नहीं चाहती है जबकि उसके पिता, चाचा और दादा उसे जबरन ससुराल भेजना चाहते हैं. इसी बात को लेकर अक्सर उसकी और उसके मां की पिटाई की जाती थी. इसी वजह से दोनों ने मुंगेरीगंज में रहना शुरू किया.
साइबर सेल और एसडीपीओ से कराई गई जांच : बताते चले कि मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल किया गया गैंगरेप अपहरण और धर्मांतरण का आरोप लगाया गया. जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ता गया और इसको लेकर लोगों की तरह तरह की प्रतिक्रियाएं भी सोशल मीडिया पर सामने आने लगीं. इस संबंध में बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि मामले के सामने आने के बाद साइबर सेल के अलावा सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में मामले की जांच कराई गई तो पूरा मामला गलत पाया गया.
लड़की और उसकी मां महिला थाने में : जिस लड़की और महिला के किडनैप करने का आरोप लगाया गया, धर्म परिवर्तन करने का बात कही गई वे दोनों अभी महिला थाने में मौजूद हैं और उनका बयान दर्ज कराया जा रहा है. एसपी ने बताया ससुर और पति की ओर से मारपीट से परेशान होकर पार्वती देवी ने सिंघौल सहायक थाने में एक आवेदन भी दोनों के खिलाफ दिया था. एसपी ने बताया कि ऐसा लग रहा है कि ससुर और पति ने खुद को बचाने के लिए पड़ोसियों के खिलाफ एक आवेदन दिया जो तथ्यहीन पाया गया.
लड़की की पढ़ाई में मदद करेगा प्रशासन: उन्होंने कहा कि हमने महिला थाने को आदेश दिया है कि ससुर और पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए, उन्होंने बताया कि की लड़की पढ़ना चाहती है इसलिए हम लोगों ने एजेंसी के माध्यम से उसकी मदद करने की बात कही है. वहीं जिन लोगों ने इस पूरे मामले को दूसरा रंग देने का प्रयास किया है उन पर भी आईपीसी की धारा में तहत कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी. जिन्होंने तथ्यहीन चीजों को वायरल किया है उस पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.