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छठ पूजा में बांस के सूप का है बड़ा महत्व, बेगूसराय में बढ़ी बिक्री - Begusarai

बेगूसराय में बांस के सूप छठ व्रती महिलाएं खूब खरीद रही हैं. छठ पूजा में बांस से बनी चीजों से पूजा करना शुभ माना जाता है.

बेगूसराय
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Published : Nov 1, 2019, 12:51 PM IST

बेगूसराय: पूरे प्रदेश में लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर बाजार में रौनक देखने के मिल रही है. जिले में भी छठ को लेकर बाजार में काफी भीड़ है. इस पर्व में बांस के सूप का बहुत ही महत्व है. यहां बांस के सूप की काफी बिक्री हो रही है.

छठ पूजा प्राकृति की पूजा मानी जाती है. इसे बहुत विधि विधान के साथ करने की परंपरा है. बांस के सूप का छठ पूजा में बहुत महत्व माना गया है. छठ वर्ती बांस के सूप से भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं. बांस के सूप से अर्घ्य देने को लेकर कई मान्यताएं भी है. बांस के सूप बनाने की परंपरा यहां वर्षो से मल्लिक समुदाय के लोग निर्वहन कर रहे हैं.

सूप बनाने वाले कारीगर और छठ व्रती का बयान

यहां खूब हो रही बिक्री
बेगूसराय में बांस के सूप छठ व्रती महिलाओं खूब खरीदारी कर रही हैं. छठ पूजा में बांस से बनी चीजें से पूजा करना शुभ माना जाता है. इस बार यहां बांस के सूप की काफी बिक्री बढ़ी है. यहां से बांस के सूप की कई राज्यों में निर्यात भी किया जा रहा है.

बेगूसराय
बांस के सूप खरीदते ग्राहक

बांस के सूप को लेकर हैं कई मान्यताएं
वहीं, सूप खरीदने करने आई महिला ने बताई कि छठ में बांस के सूप आवश्यक होता है. बांस के सूप महंगा हो या सस्ता लेकिन खरीदारी करना जरूरी होता है. बांस के सूप से अर्घ्य देने से मान्यताएं है कि छठ माता और भगवान भास्कर परिवार की रक्षा करते हैं. इससे वंश की भी वृद्धि होती है.

बेगूसराय: पूरे प्रदेश में लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर बाजार में रौनक देखने के मिल रही है. जिले में भी छठ को लेकर बाजार में काफी भीड़ है. इस पर्व में बांस के सूप का बहुत ही महत्व है. यहां बांस के सूप की काफी बिक्री हो रही है.

छठ पूजा प्राकृति की पूजा मानी जाती है. इसे बहुत विधि विधान के साथ करने की परंपरा है. बांस के सूप का छठ पूजा में बहुत महत्व माना गया है. छठ वर्ती बांस के सूप से भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं. बांस के सूप से अर्घ्य देने को लेकर कई मान्यताएं भी है. बांस के सूप बनाने की परंपरा यहां वर्षो से मल्लिक समुदाय के लोग निर्वहन कर रहे हैं.

सूप बनाने वाले कारीगर और छठ व्रती का बयान

यहां खूब हो रही बिक्री
बेगूसराय में बांस के सूप छठ व्रती महिलाओं खूब खरीदारी कर रही हैं. छठ पूजा में बांस से बनी चीजें से पूजा करना शुभ माना जाता है. इस बार यहां बांस के सूप की काफी बिक्री बढ़ी है. यहां से बांस के सूप की कई राज्यों में निर्यात भी किया जा रहा है.

बेगूसराय
बांस के सूप खरीदते ग्राहक

बांस के सूप को लेकर हैं कई मान्यताएं
वहीं, सूप खरीदने करने आई महिला ने बताई कि छठ में बांस के सूप आवश्यक होता है. बांस के सूप महंगा हो या सस्ता लेकिन खरीदारी करना जरूरी होता है. बांस के सूप से अर्घ्य देने से मान्यताएं है कि छठ माता और भगवान भास्कर परिवार की रक्षा करते हैं. इससे वंश की भी वृद्धि होती है.

Intro:
opening ptc

एंकर- "बांस के रे सुपवा चढ़इबो हो दीनानाथ करो कृपा"
लोकआस्था के महापर्व छठ को लेकर बांस के सूप बेचने वाली मल्लिक समुदाय की महिलाएं इसी तरह के पारंपरिक गीत भजन गाकर लोगों के अंदर भक्ति भाव भरने में लगी हैं ।ऐसी मान्यता है कि बांस के सूप के बग़ैर, छठ पूजा की कल्पना भी नहीं की जा सकती है और जो लोग बॉस के सूप चढ़ाते हैं उनकी ना सिर्फ छठ माता और भगवान भास्कर रक्षा करते हैं उनके वंश में भी वृद्धि होती है।
एक रिपोर्ट


Body:vo- लोक आस्था के महापर्व छठ के चार दिवसीय अनुष्ठान कि जिले में शुरुआत हो गई है छठ पूजा के दौरान सबसे महत्वपूर्ण चीज अगर कोई है तो वह बांस से बने सूप ,जिसकी महत्ता सदियों से कायम है। ऐसी मान्यता है कि बांस के सूप से छठ माता और भगवान भास्कर की पूजा से सभी मान्यताएं पूरी होती है। खास करके वैसे लोग जो निसंतान हैं, छठ माता उनकी गोद भर देती हैं। मान्यताओं के अनुरूप सदियों से लोग बांस के सूप से पूजा करते आए हैं। बेगूसराय से भी व्यापक स्तर पर बांस के सूप तैयार कर ना सिर्फ जिले के अंदर बेचे जा रहे हैं बल्कि यहां से बने सूप कई राज्यों में निर्यात किए जाते हैं। खास बात यह है कि मल्लिक समुदाय के लोग सदियों से इस परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। नजारा उस समय और भक्ति मय हो जाता है जब सूप निर्माण में जुटी महिलाएं भगवान भास्कर और छठ माता के गीत गाकर लोगों को भक्ति के लिए प्रेरित करती हैं।
ईटीवी भारत की टीम ने सूप बेचने वाली महिलाओं से खास बातचीत की तथा ग्राहकों से यह जानने का प्रयास किया कि बांस के सूप की क्या महत्ता है।
वन टू वन विथ-नीरो देवी,सूप निर्माता
-पानो देवी,सूप निर्माता
vo वही बांस के सूप खरीदने वाली महिलाओं ने बताया कि बांस के सूप महँगे हो सस्ते हो यह कोई मुद्दा ही नहीं होता है। बांस के सूप हर हालत में चाहिए और जो लोग बांस के सूप नहीं ले पाते हैं उन्हें बांस के कोपल से भी पूजा करने पर उतना ही फल मिलता है। हर हाल में बांस से बनी चीज से ही पूजन सफल माना जाता है, और ऐसी मान्यता है कि बांस से बने सूप से छठ माता की पूजा करने पर निरवंशो को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है और सपरिवार माता रक्षा करती हैं।
बाइट-गिरिजा देवी,छठव्रती
closing ptc


Conclusion:fvo-बांस के बने सूप की महत्ता को देखते हुए छठ व्रती महिलाओं के द्वारा बड़े भक्ति भाव से सूपों की खरीदारी जारी है।
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