बेगूसराय: किसान जमीन अधिग्रहण और शांतिपूर्ण आंदोलन के समाचार संकलन पत्रकारों पर लाठीचार्ज के खिलाफ एआईवाईएफ के जिला संयोजक अमीन हमजा ने सर पर काली पट्टी बांधकर धरना दिया. मौके पर उन्होंने कहा कि किसानों का तीनफसला उपजाऊ जमीन को अवैध रूप से अधिग्रहण किया जा रहा है. इसके खिलाफ किसान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने किसान समेत पत्रकारों पर भी लाठीचार्ज कर दिया. पुलिस की इस दमनकारी नीति के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है.
'लाठीचार्ज सरकार की घृणित मानसिकता'
एआईवाईएफ के जिला संयोजक अमीन हमजा ने बताया कि पटना के मरांची इलाके में बेगूसराय के किसानों की जमीन पर एनटीपीसी अधिग्रहण कर रहा है. इस कार्य के विरोध में किसान प्रदर्शन कर रहे थे. शनिवार को प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किया गया था. लाठीचार्ज किसान और सरकार के प्रति घृणित मानसिकता को दर्शाता है.
'लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर हो कार्रवाई'
अमीन हमजा ने बताया कि लाठी चार्ज करने वाले पुलिस अधिकारी पर जिला प्रशासन जल्द से जल्द कार्रवाई करे. सरकार अवैध रूप से अधिग्रहित जमीन की अधिसूचना को रद्द करें. ऐसा नहीं होने पर संगठन किसानों के साथ मिलकर नौजवानों को गोलबंद करके आंदोलन करने पर बाध्य होगा. जिसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन और राज्य सरकार की होगी. वहीं, किसान नेता सह भाकपा के राज्य परिषद सदस्य राजेंद्र चौधरी ने कहा कि वर्तमान सरकार में लगातार किसानों की उपेक्षा और उस पर भी बर्बरता पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है. किसानों की उपेक्षा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
'जमीन की अधिसूचना रद्द हो'
आंदोलन का समर्थन करते हुए एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष सजग सिंह, नगर नौजवान नेता राजेश कुमार सिंह और ताइक्वांडो के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कैसर रेहान ने भी किसानों और पत्रकारों पर हमले की घोर निंदा की. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस घटना को संज्ञान में लेकर दोषी पर सख्त कार्रवाई करे. सरकार अवैध रूप से अधिकृत जमीन की अधिसूचना को रद्द करे.
क्या है मामला?
गौरतलब है कि रविवार को रामदीड़ी के कसहा गांव में सरकार किसानों की जमीन को अधिग्रहित कर रही है. इसके खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे थे. मौके पर समाचार संकलन कर रहे पत्रकार पर भी पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. जिसके विरोध में ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के कार्यकर्ताओं ने पटेल चौकी स्थित अपने जिला कार्यालय में प्रतिरोध दिवस मनाया. इस दौरान कार्यकर्ताओं के हाथ में कार्डबोर्ड सिर में काली पट्टी बंधी हुई थी. मौके पर रामनंदन सिंह, जन्मेजय कुमार, मोहम्मद आकिब इत्यादि मौजूद रहे.