बांका: जिले वासियों के लिए गौरव की बात है कि तीन कराटे खिलाड़ियों ने विभिन्न कैटेगरी में गोल्ड मैडल जीता है. तीनों कराटे खिलाड़ी के अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए नेशनल के लिए चयन हुआ है. दरसअल, पटना के हितेशी पुस्तकालय मंगल तलाब मनोज कमालिया स्टेडियम में 5 और 6 मार्च काे बिहार ट्रेडिशनल कराटे एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित राज्य स्तरीय कराटे प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए बांका से तीन सदस्यीय टीम गई थी.
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तीनाें कराटे खिलाड़ियाें ने अपने-अपने उम्र और वजन के खेल में जीत दर्ज करते हुए गाेल्ड मेडल हासिल किया है. जिसके बाद तीनाें खिलाड़ियाें का चयन नेशनल प्रतियाेगिता के लिए कर लिया गया है.
तीन खिलाड़ियों ने पटना में जीता गोल्ड
पटना के हितेशी पुस्तकालय मंगल तलाब मनोज कमालिया स्टेडियम में 5 और 6 मार्च काे बिहार ट्रेडिशनल कराटे एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित राज्य स्तरीय कराटे प्रतियाेगिता में 14 से 16 आयु वर्ग और 54 किलाेग्राम कैटेगरी में बांका की मुस्कान झा ने गाेल्ड मेडल जीता. 18 से 20 आयु वर्ग और 55 किलाेग्राम वर्ग में निलेश कुमार ने गाेल्ड हासिल किया है. वहीं 16 से 17 आयु वर्ग और 55 किलाेग्राम वर्ग में आकाश कुमार ने भी गाेल्ड जीत कर बांका का नाम रोन किया है.
तीन गाेल्ड मेडल हासिल करने वाले खिलाड़ियाें का चयन 20 मार्च काे चंडीगढ़ में आयोजित हाेने वाले नेशनल प्रतियाेगिता के लिए कर लिया गया है. बांका के तीनाें कराटे खिलाड़ियाें के राज्यस्तरीय गाेल्ड जीतने और नेशनल प्रतियाेगिता के लिए चयनित हाेने पर बांका के कराटे खिलाड़ियाें के साथ-साथ खेल प्रेमियाें में खुशी का माहाैल है. सुविधा के अभाव के बावजूद बांका के तीनों कराटे खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया है. खिलाड़ियों की उपेक्षा इसलिए कहा जा सकता है कि अब तक बांका में अन्य खेल में शामिल खिलाड़ियों पर प्रशासनिक स्तर पर ध्यान दिया जाता है. उन्हें खेल में और बेहतर प्रदर्शन के लिए किट आदि भी प्रशासनिक स्तर पर मुहैया कराये जाते रहे हैं. लेकिन अब तक कराटे के खिलाड़ियों को प्रशासनिक स्तर पर कोई सहयोग नहीं मिल सका है- निलेश सिंह, कराटे प्रशिक्षक
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पक्की जमीन पर करते हैं प्रैक्टिस
निलेश सिंह ने बताया कि कराटे खिलाड़ी बांका में इंडोर स्टेडियम परिसर में पक्की जमीन पर प्रैक्टिस करते हैं और उनके पास न तो मैट है और न ही प्ले किट ही. ऐसे में सख्त जमीन पर और बिना किट के प्रैक्टिस कर बांका कराटे के खिलाड़ियों ने कठिन परिश्रम के दम पर राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में गोल्ड और नेशनल प्रतियोगिता में चयन पाकर बांका का मान बढ़ाने का काम किया है.