बांकाः जिले में 17 फरवरी से बिहार में नियोजित शिक्षकों ने हड़ताल की घोषणा की है. बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति में दर्जनों शिक्षक संघ शामिल है. विभिन्न शिक्षक संगठनों के हड़ताल के बाद जिले के 2061 प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में तालाबंदी हो जाने की संभावना है, जिससे स्कूलों में नामांकित 3 लाख से अधिक बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित होगी.
आंदोलन की रणनीति पर विचार विमर्श करने के लिए मंगलवार की शाम बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले विभिन्न शिक्षक संगठनों की बैठक बांका में आयोजित की गई.
विभिन्न शिक्षक संगठनों ने की बैठक
जिला प्राथमिक शिक्षक संघ भवन में बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले विभिन्न शिक्षक संगठनों की एक बैठक समन्वयक घनश्याम प्रसाद यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई. बैठक में मुख्य रूप से 7 सूत्री मांगों को लेकर 17 फरवरी से होने वाले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर विचार विमर्श किया गया. विभिन्न शिक्षक संगठनों के सदस्यों ने बताया कि सरकार से अब कोई वार्ता नहीं होगी. सरकार को हर हाल में हमारी मांग पूरी करनी होगी.
17 फरवरी से हड़ताल पर रहेंगे शिक्षक
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के समन्वयक घनश्याम प्रसाद यादव ने बताया कि 17 फरवरी से आंदोलन का आह्वान हो चुका है. तमाम शिक्षक संगठन के सदस्य को मांगों के समर्थन में हड़ताल पर जाना है. जिसमें सबसे महत्वपूर्ण मांग समान काम के लिए समान वेतन है. वहीं, बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि 17 फरवरी से बिहार के 75 हजार स्कूलों में एक साथ तालाबंदी होगी. हमारी मांग नियमित शिक्षकों की भांति वेतन और सेवा शर्त सहित सात सूत्री मांग है.
6 माह से लगातार किया जा रहा है आंदोलन
बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि सात सूत्री मांगों को लेकर लगातार छह महीने से आंदोलन किया जा रहा है. शिक्षक और शिक्षा विरोधी सरकार हमारी बातों को नहीं सुन रही है. 15 फरवरी को सभी प्रखंड कार्यालय में मशाल जुलूस निकाला जाएगा. सरकार से अब कोई वार्ता नहीं होगी. अब सरकार को घोषणा करना होगा नहीं तो हड़ताल पर डटे रहेंगे. इस दौरान सरकार के सभी कार्य मूल्यांकन, वीक्षण, बीएलओ और जनगणना कार्य में भागीदारी नहीं करेंगे.