बांका: प्रखर समाजवादी नेता सह राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर राजद कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को शोक सभा का आयोजन किया. इस दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर उनके तेलिया चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की है. वहीं, राजद कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने अपना एक अभिभावक खो दिया है और उनके निधन से पार्टी के साथ-साथ देश को भी अपूरणीय क्षति पहुंची है.
गरीबों के हक की लड़ाई लड़ते रहे रघुवंश बाबू
राजद के युवा प्रदेश महासचिव गुड्डू यादव ने बताया कि रघुवंश प्रसाद सिंह अपने पूरे जीवन में केंद्र और राज्य सरकार से सिर्फ गरीब, दलित, कमाई, सिंचाई, पढ़ाई और दवाई के मुद्दों पर लड़ाई लड़ते रहे, उन्होंने बताया कि जनता के लिए कुछ कर गुजरने का जब भी समय मिला तो उन्होंने मनरेगा जैसी योजना लाकर पूरे देश में 100 दिन तक मजदूरों को रोजगार की गारंटी मुहैया कराने का अवसर दिया. उन्होंने कहा कि उनके चले जाने से पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है, उन्होंने कहा कि एक तो राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पहले से ही प्रताड़ित है और जेल में है और राजद के मजबूत स्तंभ रघुवंश बाबू के चले जाने से एक अभिभावक का साया सर से सदा के लिए समाप्त हो गया है.
राजद ने अपने अभिभावक को खो दिया
राजद के वरीय उपाध्यक्ष अनिरुद्ध यादव ने बताया कि रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के बाद से ही लालू प्रसाद यादव के कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलते रहे है और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के अनुपस्थिति में तमाम कार्यकर्ताओं के लिए अभिभावक के तौर पर काम कर रहे थे, जिसको हमने खो दिया.
रघुवंश बाबू के पदचिन्हों पर चलकर करेंगे गरीबों की मदद
उन्होंने कहा कि विधायक से लेकर मंत्री बनने के बाद भी एक आम कार्यकर्ता की तरह ही लगातार काम करते रहे. गरीबों के प्रति जो उनका दर्द था, वही दर्द कार्यकर्ताओं के बीच भी उन्होंने बांटा है. उन्होंने कहा कि रघुवंश बाबू तो सदा के लिए छोड़ कर चले गए, लेकिन अब कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी बनती है कि उनके पदचिन्हों पर चलकर गरीबों के हितों का ख्याल रखने के लिए काम किया जाये.