बांका(अमरपुर): खुदाई के दौरान 18 ईंच 54 फीट की दीवार का ऊपरी सतह मिला है. वहीं, पुरातत्व विभाग के टीमों ने बताया कि प्रथम दृष्टि में इस जगह मिले अवशेष कुषाण काल का प्रतीत होता है जो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा. फिलहाल मिले अवशेषों का अध्यन किया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ बांका जिला अधिकारी सुहर्ष भगत भी अधिकारियों की काफिले के साथ चांदन नदी तट पर पहुंचकर मिले अवशेषों का अवलोकन किया.
दो चौकीदारों की प्रतिनियुक्ति
छठ पर्व के दिन ग्रामीणों ने चांदन नदी के तट पर अर्घ्य देते समय पुराने भवनों के ऊपरी दीवार की सतह को देखा. देखते ही देखते आस -पास के ग्रामीण क्षेत्रों में यह बात आग की तरह फैल गयी. सूचना मिलने पर बांका एसडीओ मनोज कुमार चौधरी, एसडीपीओ दिनेशचंद्र श्रीवास्तव, अमरपुर थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार राय अधिकारियों के साथ चांदन नदी के तट पर पहुंचे. इसके बाद सभी अधिकारियों ने बारी-बारी से जांच पड़ताल किया. वहीं, सुरक्षा की दृष्टि से चांदन नदी के तट पर दो चौकीदारों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है.
जांच में जुटे अधिकारी
ग्रामीणों की माने तो भदरिया गांव में महात्मा बुद्ध अपने हजारों शिष्यों के साथ आकर रहे थे. करीब 9 महीने पहले डुमरामा हाई स्कूल के पास स्थित पोखर से महात्मा बुद्ध की खंडित प्रतिमा भी मिली थी. भगवान बुद्ध की परम शिष्या विशाखा का भी भदरिया गांव से गहरा लगाव रहा है. उन्होंने कहा कि अब यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि चांदन नदी के तट पर मिले पुराने भवनों के अवशेषों का रहस्य क्या है.