बांका(कांवरिया पथ): कोरोना महामारी का असर इस बार सावन में भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक पर भी देखने को मिल रहा है. गृह मंत्रालय की ओर से 4 अगस्त तक सभी शिव मंदिर को बंद रखने का निर्देश दिया गया है. इसी कारण से सावन की पहली सोमवारी को देवघर जा रहे कावड़ियों को बिहार झारखंड सीमा पार करने से रोक दिया गया.
बता दें कि सावन शुरू होने के कारण कावंड़िया सुलतानगंज से जल भर कर पैदल दुम्मा सीमा तक पहुंच जाते हैं. बिहार सरकार के पास इनको रोकने की कोई व्यस्था नहीं है. ये लोग आस्था के कारण सरकार के आदेशों का भी पालन नहीं करते. वहीं, बांका जिले के अंतर्गत दर्दमारा सीमा और कांवरिया पथ के दुम्मा सीमा को झारखंड सरकार ने पूरी तरह सील कर दिया है.
कांवड़ियों ने पुलिस के साथ की गाली गलौज और पत्थराव
झारखंड सीमा पर तैनात पुलिस के जवानों ने बताया कि सोमवार की सुबह 85 कांवरिया धनबाद, मुंगेर और बांका जिले से देर रात दुम्मा सीमा पर जल लेकर आए. ये सभी झारखंड में प्रवेश कर देवघर जाना चाहते थे. उन लोगों को रोका दिया गया. जलाभिषेक करने के लिए नहीं जाने देने पर उन लोगों ने पुलिस के साथ गाली-गलौज और पत्थरबाजी की. फिर भी पुलिस ने जाने नहीं दिया तो लाचार होकर कुछ कांवरिया खेत के रास्ते देवघर चले गए. जबकि कुछ ने सीमा पर ही जलार्पण कर वापस घर लौट गया. इस घटना के बाद पुलिस बल को और भी सख्त करते हुए किसी को भी झारखंड में प्रवेश करने से रोक दिया गया है.