बांका: जिले की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. फिरौती के लिए देवीकेरी गांव निवासी राजेश कुमार झा के 11 वर्षीय पुत्र पीयूष को अपराधियों ने किडनैप कर लिया था. अपराधियों पर लगातार दबिश के बाद पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया है.
बच्चे को कटोरिया जंगल के पास छोड़
अपराधियों ने पुलिसिया दबिश में आकर कटोरिया जंगल के पास छोड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने बच्चे को सुरक्षित अपने कब्जे में लिया. इस अपरहण कांड में शामिल एक अपराधी जयपुर थाना क्षेत्र के कालाचरण गांव निवासी भैरव यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके पास से पुलिस ने फिरौती की मांग में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद कर लिया है. अपहरणकांड से जुड़े अन्य अपराधियों की गिरफ्ततारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
तीसरी कक्षा का छात्र है पियूष
पीयूष गुरुधाम एसबीपी स्कूल में तीसरी कक्षा का छात्र है. जिसकी सकुशल बरामदगी एवं अपहरण में शामिल अपराधी की गिरफ्तारी के लिए एसपी स्वप्ना मेश्राम के दिशा निर्देश में दस सदस्यीय टीम गठित की गई थी. टीम का नेतृत्व एएसपी अभियान ओम प्रकाश सिंह, एसडीपीओ सुवेन्द्र कुमार दास कर रहे थे. एसडीपीओ ने बताया कि घटना के दिन ही बौसी थाना में इसकी प्राथिमिकी दर्ज कराई गई थी. जिसके बाद एसआईटी की टीम अपहरण कांड को अंजाम देने वाले गिरोह की लगातार तलाश कर रही थी.
लगातार ठिकाना बदल रहे थे अपराधी
इस बीच अपराधी पीयूष को लेकर लगातार ठिकाना बदल रहे थे. जो झारखंड से लेकर जमुई के बटिया जंगल के ठिकानों पर पनाह लिए हुए थे. पुलिस की लगातार बढ़ रही दबिश को देखकर अपराधियों ने छात्र को मुक्त कर दिया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बताया कि गिरोह का मुख्य सरगना सिगजोर निवासी रंजन कुमार यादव इस कांड का मास्टरमाइंड है, जो गिरफ्तार अपराधी भैरव का ससुर है.
अपराधियों ने की थी 20 लाख की फिरौती की मांग
वहीं, पूछताछ में भैरब ने बताया कि उसका दामाद मोबाइल का सिम बदल बदल कर अलग जगहों से बच्चे के परिजन से फ़िरौती की मांग करता है. उसी के इशारे पर पीयूष को बेहोश कर बाइक पर बैठाकर उसका अपहरण किया गया. अपहरण के बाद अपराधियों ने 20 लाख की फिरौती की मांग की थी.
ऑपरेशन में शामिल रहे ये अपराधी
एसडीपीओ ने बताया कि अपरहित बच्चे पीयूष कुमार को सकुसकल बरामद करने में तकनीकी सेल की अहम भूमिका रही. इस ऑपरेशन में बौसी थाना अध्य्क्ष राजेश कुमार, नीरज कुमार, तकनीकी साखा के पुलिस अवर निरीक्षक परीक्षित पासवान, कटोरिया थाना के राजेश कुमार, जयपुर थाना के पंकज कुमार रावत व अन्य अधिकारी भी इस ऑपरेटिंग में शामिल थे.