बांका: बिहार के बांका में साइबर गिरोह का खुलासा हुआ है. साइबर फ्रॉड गैंग के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बांका एसपी सत्यप्रकाश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बताया कि गुप्त सूचना मिली की कटोरिया के कागिसर गांव में एक पति-पत्नी मिल कर साइबर ठगी का धंधा चल रहा है. पुलिस ने टीम गठित कर गांव में छापेमारी की. पुलिस ने गैंग के सरगना नवीन यादव, पत्नी निर्मला देवी, रवि कुमार, रुपेश कुमार और कंचन देवी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया.
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मुख्य आरोपी के घर से 1 लैपटॉप, 71 मोबाइल बरामद : एसपी ने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी बेलहर प्रेमचंद सिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर कटोरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव निवासी नवीन यादव के घर छापामारी की.जहां से पुलिस ने एक लैपटॉप, 71 मोबाइल, 3 मोटरसाइकिल, 2 कार और 38 नया सिम 17 हजार नगद राशि और अन्य सामग्री बरामद किया. साइबर अपराधी एक बार सिम उपयोग करने के बाद उसे महीनों पर पुलिस से बचने के लिए बंद रखता था. उसके द्वारा लोगों को केवाईसी बिजली बिल अन्य के नाम पर ओटीपी मांगी किया जाता था.
"साइबर फ्रॉड गैंग के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. छापेमारी में पुलिस ने एक लैपटॉप, 71 मोबाइल, 3 मोटरसाइकिल, 2 कार और 38 नया सिम 17 हजार नगद राशि और अन्य सामग्री बरामद किया." - सत्यप्रकाश, एसपी, बांका
ब्याज पर लगाता था पैसा: एसपी ने बताया कि नवीन यादव बंगाल में रहकर साइबर क्राइम को सीखा था और पहले बंगाल में रहकर साइबर क्राइम के माध्यम से काफी धन अर्जित की. इधर कुछ दिनों से अपने घर पर ही रहकर साइबर क्राइम का सेटअप तैयार कर एवं स्टाफ रखकर लोगों से ठगी कर रहा था. साइबर क्राइम के जरिए कमाए गए पैसे को गांव में ब्याज पर लोगों को उधार देता है.
केवाईसी का ओटीपी भेजकर करता था ठगी: पुलिस ने छापेमारी में कुछ कागजात भी बरामद हुई है, जिसको लेकर पुलिस छानबीन कर रही है. यह गिरोह केवाईसी और बिजली बिल एवं अन्य के नाम पर ओटीपी मांग कर ठगी का धंधा करता था. इस अभियान में कटोरिया थाना अध्यक्ष महेश्वर प्रसाद राय, आनंदपुर अध्यक्ष सुनील कुमार, सुईया थाना अध्यक्ष मनीष कुमार, सौरभ कुमार, कुमारी अंजली भारती, राकेश कुमार रंजन ,टेक्निकल सेल के विजय कुमार शामिल थे.