बांकाः जिला मुख्यालय से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज बांका शिक्षकों की कमी का दंश झेल रहा है. हालांकि नवनिर्मित भवन में नवंबर 2019 से विधिवत पढ़ाई शुरू हो चुकी है. इससे पहले पढ़ाई रजौन के कोतवाली स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में करवाई जा रही थी. लेकिन छात्रों ने बताया कि कॉलेज में अभी मूलभूत सुविधाओं का भी घोर अभाव है.
'शिक्षकों की है कमी'
छात्र मणिकांत सिंह ने बताया कि कॉलेज में महज 4 नियमित शिक्षक हैं. पढाई गेस्ट फैकल्टी के भरोसे चल रहा है. जबकि कॉलेज में 64 शिक्षकों की जरूरत है. छात्रों ने बताया कि टीचर की कमी की वजह से पढ़ाई समय से पूरी नहीं हो पाती है. जिससे हमारा रिजल्ट भी प्रभावित होता है. उन्होंने बताया कि भविष्य को लेकर अनिश्चितता सताती है.
400 छात्रों का है नामांकन
छात्र विपुल शेखर ने बताया कि कॉलेज में मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है. हॉस्टल में बिजली नहीं रहती है. जिससे पढ़ाई नहीं हो पा रही है. छात्रों को बेड नहीं दिया गया है. इस ठंडी में भी नीचे सोने को मजबूर हैं. बता दें कि कॉलेज में फिलहाल 400 छात्रों का नामांकन है.
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'सरकार से मिला है आश्वासन'
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केएन प्रसाद ने बताया कि यहां 64 शिक्षकों की जरूरत है. वर्तमान में 4 नियमित शिक्षक और 20 गेस्ट टीचर हैं. लेकिन जल्द ही शिक्षकों की कमी दूर कर ली जाएगी. साथ ही मूलभूत सुविधाओं की जो कमी है, उसे भी दुरुस्त करने के आश्वासन सरकार से मिला है.