अरवल: प्रकाश का पर्व दीपावली और लोक आस्था का त्योहार छठ को लेकर डीएम रविशंकर चौधरी और पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन की संयुक्त अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक हुई. इस दौरान डीएम ने कहा कि प्रकाश के महापर्व में आतिशबाजी इस कदर नहीं करें, जिससे दूसरे को परेशानी का सामना करना पड़े.
प्रतिमा विसर्जन पर रोक
डीएम ने कहा कि प्रदूषण की समस्या को देखते हुए वैसे पटाखों का इस्तेमाल करें, जिससे आवाज कम निकलती हो. कोरोना वायरस को लेकर जो गाइडलाइन जारी किया गया है, उसके अनुरूप ही पूजा का आयोजन होगा. उन्होंने कहा कि सिर्फ मंदिरों में ही पूजा-अर्चना किया जाएगा. प्रतिमा विसर्जन को लेकर कहीं जुलूस नहीं निकाला जाएगा.
बैरिकेडिंग का कार्य शुरू
पूजा में डीजे का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा. कोई भी जनप्रतिनिधि किसी सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन नहीं करेंगे. डीएम ने छठ घाटों की जानकारी हासिल करते हुए कहा कि अभी से ही सोन तट के सभी घाटों को चिन्हित करते हुए आवश्यक व्यवस्था के लिए कार्य प्रारंभ कर दें. घाटों पर बैरिकेडिंग का कार्य प्रारंभ कराएं.
गोताखोरों की तैनाती
डीएम रविशंकर चौधरी ने कहा कि वंशी प्रखंड के पुनपुन नदी के पंतित घाट पर कई बार घटनाएं होती रहती हैं. ऐसे में वहां सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ गोताखोरों की तैनाती जरूरी है. उन्होंने कहा कि दीपावली में बम-पटाखे आदि फोड़ना पूरी तरह प्रतिबंधित है. रौशनी के लिए चाइनीज तार का उपयोग भी नहीं करना है.
पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति
मौके पर एसपी ने कहा कि चंद असामाजिक तत्व के लोग इस त्योहार में खलल डालने की कोशिश कर सकते हैं. लेकिन उससे निपटने में पुलिस प्रशासन पूरी तरह सक्षम है. उन्होंने कहा कि दीपावली को लेकर 103 संवेदनशील स्थलों पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए दंडाधिकारी के साथ-साथ पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है.
दोनों अधिकारियों ने जिलेवासियों से शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्योहार मनाने की अपील की. बैठक में अपर समाहर्ता ज्योति कुमार, उपविकास आयुक्त राजेश कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी दुर्गेश कुमार समेत सभी बीडीओ और थानाध्यक्ष मौजूद रहे.