अरवल: गुरुवार को मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र प्रसाद कलेर पहुंचे. कुछ दिनों पहले कई महाविद्यालयों की मान्यता रद्द करने के संबंध में उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि फिलहाल बच्चों के भविष्य को देखते हुए मान्यता निरस्त हुए महाविद्यालयों को अन्य महाविद्यालयों से टैग कर दिया गया है. जिससे छात्र-छात्राओं को परेशानी न हो.
'छात्र-छात्राओं के भविष्य के लिए चिंतित'
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले सरकार ने अपूर्ण मानकों वाले महाविद्यालयों पर कार्रवाई करते हुए कई महाविद्यालयों की मान्यता रद्द कर दी गई थी. जिससे हजारों छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया था. इसी क्रम में कलेर पहुंचे कुलपति ने बताया कि सरकार छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर काफी चिंतित है. सरकार ने बच्चों के हित में कई निर्णय लिए हैं.
'पूरे करने होंगे अनिवार्य मानक'
कुलपति ने कहा कि मान्यता निरस्त हुए महाविद्यालय आगामी सत्र तक निर्धारित मानकों को पूरा कर लेते हैं तो उनपर पुनः विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुस्तकालय समेत अन्य जरूरी मानकों को रद्द किए गए महाविद्यालयों को पूरा करना अनिवार्य होगा. साथ ही कुलपति ने कहा कि अरवल जिले में तीन अंगीभूत कॉलेज है और शेष महाविद्यालयों को तीन महाविद्यालयों में टैग किया गया है.