अररियाः बिहार के अररिया जिले के दो लोगों को जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में रविवार की शाम आतंकियों (Terrorists) ने मौत के घाट उतार दिया. इस घटना की सूचना मिलते ही जहां परिजनों और गांव में मातम पसर गया, वहीं पूरा बिहार इस घटना को लेकर चिंतित है. लोगों में आक्रोश है.
इसे भी पढे़ं- घाटी में आतंकियों ने फिर की बिहार के मजदूरों की हत्या, नीतीश ने उपराज्यपाल को किया फोन
आतंकियों की गोली से मरने वाले अररिया प्रखंड के बंगामा पंचायत स्थित खेरूगंज निवासी योगेंद्र ऋषिदेव और रानीगंज प्रखंड के बसैठी के रहने वाले राजा ऋषिदेव थे. वहीं, खेरुगंज के रहने वाले चुनचुन ऋषिदेव गोली लगने से जख्मी हो गए हैं. इस घटना के बाद उनके परिजनों में चीख-पुकार मची है.
योगेन्द्र के परिजनों ने बताया कि अभी उसे कश्मीर गए तीन-चार महीने ही बीते थे. योगेन्द्र वहां शटरिंग का काम करता था. परिजन बताते हैं कि पिछले तीन महीने से उसकी घर पर बात नहीं हुई थी. लेकिन रविवार की शाम में मिर्जापुर से उन्हें समाचार मिला जिसे सुनकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. सूचना मिली कि आतंकवादियों ने योगेन्द्र की गोली मारकर हत्या कर दी है.
इसे भी पढे़ं- बिहार के गोलगप्पे वाले की श्रीनगर में आतंकियों ने की हत्या, CM नीतीश ने की ₹2 लाख देने की घोषणा
इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है. योगेन्द्र की मां वृद्ध हैं. उनकी ह्रदय विदारक स्थिति बनी हुई है. बेटे को खोने के गम में चीत्कार कर रही पीड़ित मां ने बताया कि योगेन्द्र के तीन बच्चे हैं. उनकी बहू अपने मायके में है. वे अब किसी भी तरह से अपने बेटे को देखना चाहती हैं. वो बेटे के पार्थिव शरीर को गांव मंगवाने की मांग कर रहे हैं ताकि उसका अंतिम संस्कार किया जा सके.
बता दें कि आतंकियों ने इस घटना को कुलगाम के वनपोह इलाके में मकान में घुसकर अंजाम दिया था. आतंकियों ने यहां 3 बिहारी मजदूरों को गोली मारी थी, जिसमें दो की मौत हो गई थी. वहीं एक घायल हो गया था. गोलीबारी करने के बाद आतंकी वहां से फरार हो गए थे.
जम्मू-कश्मीर की हालात से पड़घड़ी के लोग चिंतित, 80 फीसदी लोग वहां रहकर करते हैं काम