अररिया: कोरोना टीकाकरण के लिए जिले में पांच सेंटर बनाए गए हैं, जिनमें सदर अस्पताल, फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल, नरपतगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, भरगामा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ आरएस स्थित मोहिनी देवी मेमोरियल अस्पताल को टीकाकरण के लिए चुना गया है. इन सेंटरों पर प्रतिदिन एक सौ लोगों का टीकाकरण कराने का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन ठीक इसके विपरीत इन स्वास्थ्य केंद्रों तक उस अनुसार लोग नहीं पहुंच पा रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण कराने से लेकर उनके ऑब्जरर्वेशन तक की निगरानी का प्रबंध कर रखा है.
अररिया में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए कुल 9364 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है. 17 जनवरी से जिले के पांच सेंटरों पर टीकाकरण का कार्य शुरू हो गया है. पहले दिन इन सभी केंद्रों पर सिर्फ 253 स्वास्थ्य कर्मियों ने टीका लगवाया था.
दूसरे दिन मात्र 180 लोगों ने टीका लगवाया था, जबकि 414 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था. टीका लगवाने में फारबिसगंज के कर्मी सबसे पीछे हैं. 55 लोगों का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन महज 10 लोगों ने टीका लगा, जबकि भरगामा में सबसे अधिक 78 लोगों में 50 लोगों ने टीका लगाया. यही औसत बुधवार को भी देखने को मिला. तीसरे दिन के तीन बजे तक सिर्फ 120 लोगों का ही टीकाकरण हो पाया है.
'वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित'
जिला स्वास्थ्य प्रबंधक रेहान अशरफ के अनुसार लोगों के अंदर टीकाकरण कराने को लेकर शंका है. शायद यही वजह है कि लोग टीकाकरण कराने उस संख्या में स्वास्थ्य केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे हैं. शंका को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरुकता फैला रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना का ये वैक्सीन सारे टेस्ट को पूरा करके लोगों के बीच लाया गया है और वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है.