पटना: निर्मल भारत अभियान (Nirmal Bharat Abhiyan) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस कूड़ा एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना शुरू होगी. लाखों रुपए की लागत से ठोस एवं तरल कूड़ा-कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट लगाए (Waste Management Projects Set Up in Patna) जाएंगे. ताकि, गांव में भी शहर की तर्ज पर कचरा प्रबंधन हो सके. इसके लिए तीन पंचायतों को चिह्नित कर लिया गया है. शेष 14 पंचायतों में जगह की तलाश की जा रही है. उसे दूसरे फेज में किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- VIDEO: मरीज करता रहा एंबुलेंस का इंतजार, लेकिन जो हुआ उसे जान चौंक जाएंगे आप
मसौढ़ी प्रखंड में 3 पंचायतों का चयन किया गया है. खाका तैयार कर लिया गया है. निशियावां पंचायत, बारा पंचायत एवं नुरा पंचायत का चयन कर लिया गया है. जिसमें, लाखों रुपए की लागत से ठोस एवं तरल कूड़ा कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट लगाए जाएंगे ताकि गांव में भी शहर की तर्ज पर कचरा प्रबंधन हो सकेगा. इसके लिए तीन पंचायतों को चिह्नित कर लिया गया है. शेष 14 पंचायतों में जगह की तलाश की जा रही है. उसे दूसरे फेज में किया जाएगा.
गांव भी शहर की तर्ज पर कूड़ा कचरा से मुक्त होंगे. गांव में ठोस कूड़ा कचरा एवं तरल अपशिष्ट को निपटान के लिए गांव में उचित प्रबंध किए जा रहे हैं. निर्मल भारत अभियान का उद्देश्य ग्रामीणों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना है. ठोस एवं तरल कूड़ा कचरा प्रबंधन के माध्यम से ही व्यवस्था के लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि पंचायतों में कूड़ा कचरा आमदनी का साधन बन सकता है.
परिवारों की संख्या पंचायत की जनसंख्या के आधार पर चयन किया जा रहा है. इस परियोजना के तहत गांव में कंपोस्ट पिट, वर्मी कंपोस्टिंग, गड्ढा सोखता, गड्ढा, गंदे पानी का इस्तेमाल और घरेलू कचरे को इकट्ठा करना एक स्थान पर ले जाना अलग-अलग करना तथा उसके लिए काम कराए जाएंगे. गौरतलब है कि प्रोजेक्ट तैयार होने के बाद घरों से कचरा कलेक्शन किया जाएगा. इसके लिए जिन ग्राम पंचायतों में कचरा प्रबंधन का प्रोजेक्ट तैयार होगा उसके लिए ई-रिक्शा क्रय किए जाएंगे.
इनके माध्यम से गांव-गांव जाकर कचरा कलेक्शन किया जाएगा. इसके बाद एक जगह एकत्रित किया जाएगा और उसका प्रबंधन किया जाएगा. ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन के लिए यूनिट बनाई जा रही है जिसके लिए फिलहाल मसौढ़ी के 17 पंचायतों में से 3 पंचायतों को चयन किया गया है. यह निर्मल भारत अभियान के तहत गांव-गांव को स्वच्छता के उद्देश्य से यह योजना लाई जा रही है.
ये भी पढ़ें- इलाज के नाम पर मरीजों की जान से खिलवाड़, अवैध नर्सिंग होम में फिजिशियन करते हैं ऑपरेशन
ये भी पढ़ें- पटना में शराब पकड़ने गई पुलिस पर हमला, सब इंस्पेक्टर समेत 4 पुलिसकर्मी घायल
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP