ETV Bharat / city

अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट में निर्भय होकर चलेंगी महिलाएं, सुरक्षा को लेकर बिहार में सेफ्टी डिवाइस तैयार - व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस

बिहार में महिलाओं की सुरक्षा (Safety of Women in Bihar) के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट को व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (Vehicle location tracking device) और इमरजेंसी बटन से लैस किया जाएगा. परिवहन विभाग ने व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस और इमरजेंसी पुश बटन की व्यवस्था की है. इसका कमांड कंट्रोल रूम को दिया गया है. वाहनों के लाइव लोकेशन के साथ लाइव ट्रैकिंग भी आसानी से हो जाएगी. पढ़ें पूरी खबर..

Women Security in Public Transport in Bihar
Women Security in Public Transport in Bihar
author img

By

Published : Apr 27, 2022, 11:34 AM IST

पटना: सार्वजनिक परिवहनों में महिलाओं की सुरक्षा (Women Security in Public Transport in Bihar) के लिए बिहार सरकार ने अहम कदम उठाया है. वाहनों के लोकेशन के लाइव ट्रेकिंग के लिए परिवहन विभाग के मुख्यालय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर शुरू हो गया है. परिवहन विभाग के इस खास मॉडल से पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा मजबूत होगी. परिवहन विभाग ने व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस (Vehicle location tracking device in public transport) और इमरजेंसी पुश बटन की व्यवस्था की है. इसका कमांड कंट्रोल रूम को दिया गया है. वाहनों के लाइव लोकेशन के साथ लाइव ट्रैकिंग भी आसान होगी.

ये भी पढ़ें: मालिक की मौत के बाद वाहन ट्रांसफर कराना अनिवार्य, परिवहन विभाग ने जारी किया निर्देश

कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को चालू: बिहार सरकार के परिवहन विभाग के मुख्यालय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को चालू कर दिया गया है. इसका उद्घाटन परिवहन मंत्री शीला कुमारी (Transport Minister Sheela Kumari) ने विभागीय सचिव संजय कुमार अग्रवाल की उपिस्थति में किया. इस दौरान उन्होंने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से बस की लाइव ट्रैकिंग का अवलोकन किया. मंत्री ने बताया कि इस तरह के कमांड सिस्टम देश के तीन राज्यों में हैं. बिहार ऐसा करने वाला चौथा राज्य बन गया है.

महिलाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण कदम: परिवहन मंत्नी शीला कुमारी ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में महिलाओं एवं यात्रियों की सुरक्षा के उद्देश्य से व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाया जाना अनिवार्य किया गया है. इससे सार्वजनिक परिवहन के वाहनों की कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के जरिए लाइव मॉनिटरिंग की जा सकेगी. यह महिला सुरक्षा हेतु काफी महत्वपूर्ण कदम होगा. इससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी. आवश्यकता पड़ने पर वाहन के लोकशन के अनुसार उन्हें सहायता दी जा सकेगी.

परिवहन निगम की बसों की रियल टाइम मॉनिटरिंग: परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि निर्भया फ्रेमवर्क के तहत सार्वजनिक परिवहन की गाडियों में व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत परिवहन विभाग मुख्यालय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का शुभारंभ किया गया है. इसके माध्यम से सार्वजनिक परिवहन के वाहनों के लोकेशन की लाइव ट्रैकिंग की जा सकेगी. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पटना से इस नई व्यवस्था की शुरुआत की गई है. इसके बाद अन्य शहरों में संचालित सार्वजनिक परिवहन के वाहनों (बस, टैक्सी) में लगाया जाएगा. फिलहाल बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है.



सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में लगाया जाना है वीएलटीडी: राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की गाड़ियों को व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन से लैस किया जाएगा. एक जनवरी 2019 के बाद पंजीकृत सभी सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में वीएलटी उपकरण लगे आ रहे हैं. एक जनवरी 2019 के पूर्व पंजीकृत सभी सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में वीएलटीडी तथा इमरजेंसी बटन लगाया जाना अनिवार्य किया गया है. एक अगस्त 2022 तक प्राइवेट बसों में भी वीएलटीडी एवं इमरजेंसी बटन लगाया जाना अनिवार्य हो जाएगा. स्कूली छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए भी स्कूल बसों में पैनिक बटन लगाने का निर्देश दिया जाएगा.

कमांड सेंटर में बजेगा अलार्म: सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों (बस, कैब, टैक्सी) से सफर करने वाली महिलाओं या लड़कियों को किसी तरह के खतरे का आभास होने पर इमरजेंसी बटन दबाते ही कंट्रोल कमांड सेंटर में अलार्म बजेगा और तत्काल पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी. व्हीकल लोकशन ट्रेकिंग डिवाइस द्वारा इमरजेंसी अलर्ट, ओवर स्पीडिंग तथा उपकरण के साथ छेड़छाड़ या तोड़े जाने पर अलर्ट प्राप्त हो सकेगा. इसकी मदद से वाहन के लोकेशन की रियल टाईम जानकारी प्राप्त होगी. जियो फैंसिंग एवं सॉफ्टवेयर के माध्यम से वाहन के हर मूवमेंट को मैप पर देखा जा सकेगा. वाहन मालिक भी सॉफ्टवेयर द्वारा अपने वाहनों की स्थिति का पता कर सकते हैं.

ओवर स्पीडिंग रोकने में मदद: इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपराध नियंत्नण में काफी मदद मिलेगी. इसके साथ ही ओवर स्पीडिंग को रोकने में भी मदद मिलेगी. बस यदि निर्धारित स्पीड से अधिक गति से चलेगी तो वह पकड़ में आ जाएगा. वैसे बस चालकों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. इस मौके पर अपर सचिव सन्नी सिन्हा, संयुक्त सचिव पंकज कुमार, उपसचिव शैलेंद्रनाथ, विशेष कार्य पदाधिकारी आजीव वत्सराज, डीडीजी एंड एसआई ओ एनआईसी, पटना आदि उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें: यातायात नियमों को लेकर परिवहन विभाग सख्त, जांच के दौरान 26 वाहन जब्त.. 398 वाहन चालकों पर कार्रवाई

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: सार्वजनिक परिवहनों में महिलाओं की सुरक्षा (Women Security in Public Transport in Bihar) के लिए बिहार सरकार ने अहम कदम उठाया है. वाहनों के लोकेशन के लाइव ट्रेकिंग के लिए परिवहन विभाग के मुख्यालय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर शुरू हो गया है. परिवहन विभाग के इस खास मॉडल से पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा मजबूत होगी. परिवहन विभाग ने व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस (Vehicle location tracking device in public transport) और इमरजेंसी पुश बटन की व्यवस्था की है. इसका कमांड कंट्रोल रूम को दिया गया है. वाहनों के लाइव लोकेशन के साथ लाइव ट्रैकिंग भी आसान होगी.

ये भी पढ़ें: मालिक की मौत के बाद वाहन ट्रांसफर कराना अनिवार्य, परिवहन विभाग ने जारी किया निर्देश

कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को चालू: बिहार सरकार के परिवहन विभाग के मुख्यालय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को चालू कर दिया गया है. इसका उद्घाटन परिवहन मंत्री शीला कुमारी (Transport Minister Sheela Kumari) ने विभागीय सचिव संजय कुमार अग्रवाल की उपिस्थति में किया. इस दौरान उन्होंने कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से बस की लाइव ट्रैकिंग का अवलोकन किया. मंत्री ने बताया कि इस तरह के कमांड सिस्टम देश के तीन राज्यों में हैं. बिहार ऐसा करने वाला चौथा राज्य बन गया है.

महिलाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण कदम: परिवहन मंत्नी शीला कुमारी ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में महिलाओं एवं यात्रियों की सुरक्षा के उद्देश्य से व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाया जाना अनिवार्य किया गया है. इससे सार्वजनिक परिवहन के वाहनों की कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के जरिए लाइव मॉनिटरिंग की जा सकेगी. यह महिला सुरक्षा हेतु काफी महत्वपूर्ण कदम होगा. इससे महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी. आवश्यकता पड़ने पर वाहन के लोकशन के अनुसार उन्हें सहायता दी जा सकेगी.

परिवहन निगम की बसों की रियल टाइम मॉनिटरिंग: परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि निर्भया फ्रेमवर्क के तहत सार्वजनिक परिवहन की गाडियों में व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाने का निर्णय लिया गया है. इसके तहत परिवहन विभाग मुख्यालय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का शुभारंभ किया गया है. इसके माध्यम से सार्वजनिक परिवहन के वाहनों के लोकेशन की लाइव ट्रैकिंग की जा सकेगी. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पटना से इस नई व्यवस्था की शुरुआत की गई है. इसके बाद अन्य शहरों में संचालित सार्वजनिक परिवहन के वाहनों (बस, टैक्सी) में लगाया जाएगा. फिलहाल बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है.



सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में लगाया जाना है वीएलटीडी: राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की गाड़ियों को व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन से लैस किया जाएगा. एक जनवरी 2019 के बाद पंजीकृत सभी सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में वीएलटी उपकरण लगे आ रहे हैं. एक जनवरी 2019 के पूर्व पंजीकृत सभी सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में वीएलटीडी तथा इमरजेंसी बटन लगाया जाना अनिवार्य किया गया है. एक अगस्त 2022 तक प्राइवेट बसों में भी वीएलटीडी एवं इमरजेंसी बटन लगाया जाना अनिवार्य हो जाएगा. स्कूली छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए भी स्कूल बसों में पैनिक बटन लगाने का निर्देश दिया जाएगा.

कमांड सेंटर में बजेगा अलार्म: सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों (बस, कैब, टैक्सी) से सफर करने वाली महिलाओं या लड़कियों को किसी तरह के खतरे का आभास होने पर इमरजेंसी बटन दबाते ही कंट्रोल कमांड सेंटर में अलार्म बजेगा और तत्काल पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी. व्हीकल लोकशन ट्रेकिंग डिवाइस द्वारा इमरजेंसी अलर्ट, ओवर स्पीडिंग तथा उपकरण के साथ छेड़छाड़ या तोड़े जाने पर अलर्ट प्राप्त हो सकेगा. इसकी मदद से वाहन के लोकेशन की रियल टाईम जानकारी प्राप्त होगी. जियो फैंसिंग एवं सॉफ्टवेयर के माध्यम से वाहन के हर मूवमेंट को मैप पर देखा जा सकेगा. वाहन मालिक भी सॉफ्टवेयर द्वारा अपने वाहनों की स्थिति का पता कर सकते हैं.

ओवर स्पीडिंग रोकने में मदद: इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपराध नियंत्नण में काफी मदद मिलेगी. इसके साथ ही ओवर स्पीडिंग को रोकने में भी मदद मिलेगी. बस यदि निर्धारित स्पीड से अधिक गति से चलेगी तो वह पकड़ में आ जाएगा. वैसे बस चालकों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. इस मौके पर अपर सचिव सन्नी सिन्हा, संयुक्त सचिव पंकज कुमार, उपसचिव शैलेंद्रनाथ, विशेष कार्य पदाधिकारी आजीव वत्सराज, डीडीजी एंड एसआई ओ एनआईसी, पटना आदि उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें: यातायात नियमों को लेकर परिवहन विभाग सख्त, जांच के दौरान 26 वाहन जब्त.. 398 वाहन चालकों पर कार्रवाई

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.